मंदसौर: कार्तिक पूर्णिमा पर साध्वी मंडल का हुआ चातुर्मास परिवर्तन
छोटे नन्हें मुन्ने बच्चें बनें पैदल संघ के संघपति
मंदसौर, 27 नवम्बर (हि.स.)। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी चौधरी कॉलोनी स्थित रूपचांद आराधना भवन से एक भव्य पैदल चल समारोह निकला जो खिलचीपुरा स्थित जैन अति प्राचीन तीर्थ श्री विघ्नहरा पार्श्वनाथ मंदिर पहुंचा। इस बार पैदल संघ की विशेषता यह रही कि समाज के छोटे नन्हें मुन्ने बच्चें इस पैदल संघ के संघपति बनें।
प्रातः 7 बजे रूपचांद आरधना भवन चौधरी कॉलोनी से संघपति बनें बच्चो के साथ समाजजनों का पैदल संघ प्रारंभ हुआ जो नगर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ प्रातः 8.30 बजे खिलचीपुरा जैन तीर्थ श्री विघ्नहरा पार्श्वनाथ मंदिर पहुंचा। कार्यक्रम को साध्वी श्री अर्हताश्रीजी मसा, मैत्रीपूर्णा श्रीजी मसा, रयणपूर्णा श्रीजी मसा एवं सिद्धमपूर्णा श्रीजी मसा की पावन निश्रा प्राप्त हुई। सम्पूर्ण कार्यक्रम के लाभार्थी रूपचंदजी, बदामबाई स्व श्री लक्ष्मीलालजी धींग एवं स्व श्री कैलाशचंद्र संघवी की स्मृति में श्री जैन नमकीन परिवार मंदसौर थे जिनका बहुमान भी रूपचांद आराधना भवन ट्रस्ट मंडल द्वारा किया गया।
खिलचीपुरा जैन तीर्थ पर साध्वी मंडल का चातुर्मास परिवर्तन हुआ जिसके पश्चात् पट वंदन के साथ सभी संघपति बच्चों का बहुमान किया। इस अवसर पर साध्वी श्री अर्हताश्रीजी मसा ने बताया कि वर्षा काल के दोरान प्रारंभ हुआ चातुर्मास कार्तिक पूर्णिमा के दिन पूर्ण होता है। इस दिन का विशेष महत्व होता है। प्रवचनों के बाद नये निर्माणाधीन मंदिर घाटी पर सभी का स्वामीवात्सल्य का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बडी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया