भैरव मंदिर गुढ़ तथा उससे संबद्ध अन्य कार्य नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह तक पूर्ण करें: उप मुख्यमंत्री शुक्ल
- भैरव मंदिर गुढ़ के समीप गौवंश वन्य विहार की स्थापना की जाएगीः उप मुख्यमंत्री
रीवा, 29 अगस्त (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि भैरव मंदिर गुढ़ के जीर्णोद्धार का कार्य नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह तक पूर्ण कर लिया जाए। साथ ही लैंडस्केपिंग व परिसर को भव्य बनाने के अन्य कार्य भी इसी समय तक पूरे हो जाएं ताकि नवम्बर माह के दूसरे सप्ताह में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा इन कार्यों का लोकार्पण कराया जा सके।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल गुरुवार को राजनिवास सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में भैरव मंदिर गुढ़ के जीर्णोद्धार कार्य की अद्यतन स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस ऐतिहासिक मंदिर का भव्य पुनरूद्धार कार्य नियत समय सीमा में पूर्ण करें तथा मंदिर परिसर को आकर्षक और सुंदर बनाने के अन्य कार्य भी पूरे कराएं, ताकि पर्यटक व श्रद्धालु यहाँ की भव्यता व मनोरम दृश्य को देख सकें।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने गुढ़ इन्डस्ट्रियल एरिया में पानी पहुंचाने के कार्य के भी नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भैरवनाथ मंदिर के समीप रिक्त भूमि में गौवंश वन्य विहार की स्थापना की जाएगी और इसे बसामन मामा गौवंश वन्य विहार की तरह विकसित किया जाएगा। उन्होंने प्रस्तावित भूमि में फेंसिंग कार्य कराकर शेड निर्माण कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश दिए तथा गौवंश वन्य विहार का मास्टर प्लान बनाने की बात कही।
बैठक में गुढ़ विधायक नागेन्द्र सिंह ने बताया कि गौवंश वन्य विहार की स्थापना इस क्षेत्र के लिए वरदान होगी। इसके बन जाने से बेसहारा गौवंश को संरक्षण मिलेगा तथा किसानों की खेती भी सुरक्षित रहेगी। उन्होंने बताया कि राजस्व भूमि के अतिरिक्त रिक्त वन भूमि भी इस क्षेत्र में है जो गौवंश के चारागाह के उपयोग में ली जा सकती है। इस दौरान कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जानकारी दी कि भैरव बाबा मंदिर के समीप गौवंश वन्य विहार निर्माण के लिए प्रस्ताव प्रेषित किया जा चुका है। बैठक में अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय, आयुक्त नगर निगम डॉ सौरभ सोनवणे, एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक यूके तिवारी, विधायक प्रतिनिधि विवेक दुबे, कार्यपालन यंत्री अनुज प्रताप सिंह उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर