मुख्यमंत्री डॉ. यादव 20 जुलाई को जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का करेंगे शुभारंभ
- कॉन्क्लेव में 3500 से अधिक निवेशक होंगे शामिल
- म.प्र. की निवेश क्षमताओं से रू-ब-रू होंगे निवेशक
भोपाल, 18 जुलाई (हि.स.) । मध्यप्रदेश में संतुलित और समतापूर्ण विकास की यात्रा आगे बढ़ाते हुए, राज्य सरकार शनिवार 20 जुलाई को सुबह 9 बजे से संस्कारधानी-जबलपुर में “नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र” में अपना दूसरा रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन) आयोजित कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने गुरुवार को समत्व भवन से रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के पूर्व जबलपुर संभाग के शेष जिलों जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडौरी के उद्योगपतियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की।
बैठक में बताया गया इस सम्मेलन का उद्देश्य क्षेत्रीय क्षमता का दोहन कर औद्योगिक विकास में असमानताओं को दूर करना है। जबलपुर क्षेत्र की औद्योगिक क्षमताओं और अवसरों से निवेशकों को रू-ब-रू करवाकर क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना है। नवाचारी सम्मेलन का उद्देश्य प्रमुख बाजारों से निवेशकों को एक साथ लाकर, सार्थक चर्चा करके सहयोग को बढ़ावा देना है।
सम्मेलन में प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों, नौकरशाहों और प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित 3500 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे। आरआईसी में वैधनाथ समूह, आईटीसी, वोल्वो आयशर, बेस्ट कॉर्प, एसआरएफ और दावत समूह जैसे प्रमुख औद्योगिक समूह भाग लेंगे। आरआईसी में ताईवान, मलेशिया, यूके, फिजी, जापान और इंडोनेशिया का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख विदेशी प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव वर्चुअली 60 से अधिक इकाईयों का उद्घाटन करेंगे और कार्यक्रम के दौरान उद्योगपतियों के साथ आमने-सामने चर्चा करेंगे। विशिष्ट अतिथि एमएसएमई मंत्री चैतन्य काश्यप और पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
क्षेत्रीय सत्रों में होगी क्षेत्र विशेष में निवेश पर विस्तृत चर्चा
क्षेत्र की संभावनाओं पर केंद्रित 5 क्षेत्रीय सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें कृषि, खाद्य एवं डेयरी प्र-संस्करण, रक्षा, खनन एवं खनिज, कपड़ा एवं परिधान तथा पर्यटन शामिल है। उद्योग संघों, स्टार्टअप्स और रक्षा, कपड़ा एवं परिधान के विशेषज्ञों के साथ गोलमेज चर्चा भी होगी। सम्मेलन में 300 से अधिक क्रेता-विक्रेता बैठकें और वन-टू-वन चर्चा भी होंगी। निवेशकों को महाकौशल का अनुभव प्रदान करने के लिए जबलपुर एक्सपो और रक्षा प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम और नेटवर्किंग डिनर के साथ होगा, जिसमें क्षेत्र की संस्कृति और व्यंजनों का प्रदर्शन किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत / नेहा पांडे