जबलपुरः मंत्री कुशवाह के आतिथ्य में रीजनल एबिलिम्पिक्स का हुआ भव्य शुभारंभ
जबलपुर, 24 फरवरी (हि.स.)। सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री नारायन सिंह कुशवाह के मुख्य आतिथ्य में शनिवार को रीजनल एबिलिम्पिक्स का जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय परिसर में भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता चिकित्सक एवं वरिष्ठ समाज सेवी डॉ. प्रदीप दुबे ने की।
इस अवसर पर मंत्री कुशवाह ने कहा कि यह खुशी की बात है कि संस्कारधानी जबलपुर में मध्य क्षेत्र का दिव्यांगजनों के दक्षता व कौशल प्रदर्शन के लिये पहला एबिलिम्पिक्स का आयोजन किया जा रहा है। जिनके प्रति यह आयोजन है वे हमारे समाज का अंग है, जिन्हें सिर्फ भावनाओं की आवश्यकता है। जब कभी भी उन्हें अवसर मिला वे पूरी क्षमता से अपना कौशल प्रदर्शन किये। अंतराष्ट्रीय तैराकी में ग्वालियर के ही एक होनहार ने बेहतरीन प्रदर्शन कर सर्वोच्च स्थान पाया।
उन्होंने कहा कि सरकार उनके कल्याण के लिये लगातार योजनाऐं बनाती है, जिसे जन सहयोग से जमीन पर उतारने की आवश्यकता है। हमारा यह प्रयास है कि उनका जीवन बेहतर हो। इसलिये शिक्षा, रोजगार व पेंशन सहित अन्य सभी क्षेत्रों में उनके कल्याण के लिये योजनाऐं बनाई गई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिवार सहायता व पेंशन के लिये 1500 रुपये करने का प्रस्ताव भेजा गया है। विभाग द्वारा उनके जीवन में परिवर्तन लाने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आम जन भी किसी न किसी रूप में दिव्यांगजनों की सहायता करें, उनके प्रति मानवता बनाये रखें। उन्होंने कहा कि जो दिव्यांग अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते है उनके लिये फिल्म बनाने की कार्ययोजना है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप दुबे ने कहा कि दिव्यांगों की क्षमताओं को ध्यान में रखकर उनमें कौशल विकास के लिये प्रोत्साहन करना है, जिससे वे आगे बढ़ सकें। बहुत से ऐसे लोग है जिन्होंने अपनी क्षमताओं व कौशल से बेहतरीन कार्य किया और समाज को रास्ता दिखाया, वे हमारे लिये सम्मानीय है।
नि:शक्त जन आयुक्त संदीप रजक ने कहा कि मध्यप्रदेश में दिव्यांगजनों के कल्याण के लिये कई महत्वपूर्ण कार्य हुये है जो उनके दिव्यांग से दिव्यता की ओर ले जाने का कार्य कर रहें है। एबिलिम्पिक्स एसोसियेशन के महा सचिव डॉ. जितेन्द्र अग्रवाल ने दिव्यांगों के हित में रोजगार व उनके सशक्तिकरण के लिये किये जा रहे कार्यों के बारे में बताया। वहीं कार्यक्रम के संरक्षक डॉ. जितेन्द्र जामदार ने भी दिव्यांगजनों के कल्याण व उनके जीवन को बेहतर बनाने के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये।
रीजनल एबिलिम्पिक्स के इस शुभारंभ अवसर पर विधायक अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी इंदू, महापौर जगत बहादुर अन्नू, नगर निगम के अध्यक्ष रिकुंज विज तथा कलेक्टर दीपक सक्सेना और दिल्ली से आये संस्था के पदाधिकारी, दीपांकर बेनर्जी, बलदीप मैनी सहित बड़ी संख्या में आम जन उपस्थित थे। रीजनल एबिलिम्पिक्स में दिव्यांगों के सृजनात्मक कौशल की विभिन्न विधाओं जैसे की कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, वेब पेज डिजाइनिंग, बेसिक डाटा प्रोसेसिंग, वर्ड प्रोसेसिंग, कुकिंग, एंब्रॉयडरी, टेलरिंग, ड्रेस मेकिंग, आउटडोर फोटोग्राफी जैसी अनेक स्किल बेस्ड स्पर्धाएं हैं जिनका प्रदर्शन दिव्यांगों द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर किया जा रहा है इन स्पर्धा में हेतु मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ से लगभग 180 प्रतिभागियों ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश