रतलाम: 20 लाख की चोरी करने वाली बाछड़ा गैंग का पुलिस ने किया पर्दाफाश

 


रतलाम, 28 दिसंबर (हि.स.)। बिलपांक थाना क्षेत्र के ग्राम धराड़ में एक सुने मकान पर ताला तोड़कर एक चद्दर की पेटी में रखे सोने-चांदी के जेवरात व नगदी चुराने की घटना 8 दिसंबर को हुई थी, जिसकी रिपोर्ट फरियादी ने दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मुखबिर की खबर पर अपने स्त्रोतों से चोरी का पता लगाकर

पुलिस अधीक्षक राहुलकुमार लोढ़ा ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए गांव धराड़ के चौराहों, गलियों में लगभग 60 स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैंमरों देखा गया, जिसमें एक स्थान पर आरोपीगण सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दिए। फुटेज के आधार पर आरोपीगण गिरफ्त में आए। फुटेजों को विधिवत जब्त कर 2014-15 में इसी गांव में चोरी की वारदातों में लिप्त मनासा की बाछड़ा गैंग पर वारदात करने का अनुमान होने पर आरोपीगणों की पहचान के लिए थाना बिलपांक एवं साइबर सेल की टीम बनाई गई, जिसने 28 दिसंबर को मुखबिर से प्राप्त सूचना में बताए गए स्थान पर दबिश देकर चार संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा। जिन्होंने अपना नाम 20 वर्षीय दिलखुश पिता पप्पू कर्मावत एवं राजेश पुत्र मदनलाल जाति बाछड़ा, अजय पिता राजू कर्मावत तीनों निवासी निवासी पिपलियारूण्डी थाना मनासा, मनीष उर्फ बाबा पिता हेमंत गौड़ जाति बाछड़ा निवासी बडेलिया थाना मनासा का होना बताया।

इन लोगों ने 8 दिसंबर की दरम्यानी रात में एक सुने मकान में करीब 20 लाख रुपये की चोरी करना स्वीकार किया। इन्हें गिरफ्तार कर जेवरात और नगदी जप्त किए। पूछताछ में आरोपी गणों ने धराड़ में ही दो माह पूर्व की गई चोरी, ग्राम माननखेड़ा थाना रिंगनोद में छ: माह पूर्व की गई चोरी, थाना स्टेशन रोड़ रतलाम के प्रताप नगर में चार माह पूर्व की गई चोरी करना स्वीकार किया। इनमें दिलखुश,राजेश, अजय, मनीष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि मनीष पिता रोशनलाल तथा राकेश पिता मदनलाल फरार है। इस प्रकार इस मामले में चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है दो फरार है। इन आरोपियों पर विभिन्न थाने में कई अपराध दर्ज है।

हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी