रतलाम: चुनाव आचार संहिता के परिपालन में हो रही सख्ती से सर्राफा व्यापारी नाराज
रतलाम, 29 अक्टूबर (हि.स.)। सर्राफा एसोसिएशन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष तथा स्थानीय सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष झमक भरगट ने रविवार को बताया कि 30 अक्टूबर को प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों की वर्चुअल चर्चा होगी, जिसमें सर्राफा व्यापारियों की ज्वलन समस्याओं को लेकर बातचीत होगी। साथ ही यह भी निर्णय संभावित है कि यदि चुनाव आयोग और शासन ने व्यापारियों की मांगे नहीं मानी तो सारे प्रदेश में सर्राफा व्यापारी चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
भरगट ने बताया कि इस संबंध में प्रांतीय अध्यक्ष राजा भैय्या जबलपुर से उनकी दूरभाष पर चर्चा हुई है। उसी के बाद वर्चुअल बैठक का निर्णय लिया गया है। इस बीच सर्राफा एसोसिएशन ने पत्रकार वार्ता कर यह घोषणा की है कि यदि 31 अक्टूबर तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सर्राफा व्यापारी चुनाव का बहिष्कार करेंगे। उनका यह आव्हान पूरे प्रदेश में भी लागू हो सकता है।
एसो.के अध्यक्ष झमक भरगट ने सर्राफा भवन में शनिवार रात को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि विधानसभा निर्वाचन को लेकर पूरे प्रदेश में आचार संहिता लागू है। ऐसे में प्रदेशभर में चेकपोस्ट पर चैकिंग हो रही है। इसमें बील व अन्य डाक्युमेंट दिखाने के बाद भी व्यापारियों का सोना-चांदी जप्त किया जा रहा है, जिससे व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त है।
भरगट ने बताया कि जितनी चैकिंग रतलाम में हो रही है उतनी चैकिंग इंदौर,भोपाल तथा अन्य शहरों में भी नहीं हो रही है। इसके कारण व्यापारियों और ग्राहकों में भय का माहौल है। प्रदेश की प्रमुख सर्राफा मंडी रतलाम में ग्राहक आने में भी घबरा रहे है। अभी तक 24 करोड़ 88 लाख रुपये का सोना-चांदी पकड़ा गया, इसमें से 14 करोड़ रुपये का सोना-चांदी वापस लौटाया गया। बाकि सोना-चांदी छोडऩे में व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है।
इससे रतलाम सर्राफा बाजार का व्यापार-व्यवसाय चौपट हो गया है। रतलाम सर्राफा से करीब 10 हजार लोग जुड़े है। उन्होंने फैसला किया है कि मामले का निराकरण नहीं होता है तो वह मतदान नहीं करेंगे तथा बहिष्कार करेंगे। यदि 31 अक्टूंबर तक कोई फैसला नहीं किया गया तो प्रदेशभर में चुनाव बहिष्कार का आव्हान किया जाएगा।
पत्रकार वार्ता में रतलाम के सर्राफे की प्रतिष्ठा और प्रदेशभर में फैले व्यवसायी की भी जानकारी दी गई और कहा कि प्रशासन की कार्रवाई से सर्राफा व्यापारियों में आक्रोश है। इसे दूर किया जाना चाहिए। पत्रकार वार्ता में रामबाबू शर्मा, संजय छाजेड़, विशाल डांगी, कीर्ति बडज़ात्या, ज्ञानचंद सर्राफ, विनोद मूणत, सुरेन्द्र भरगट, शरद पावेचा, रवि मोठिया, राजेश शर्मा, सौरभ छाजेड़, रमेश कटारिया, योगेश दग्धि, निर्मल मूणत, राजेन्द्र शर्मा, संतोष शर्मा, सहित बड़ी संख्या में सर्राफा व्यापारी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी/मुकेश