छतरपुर : भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने मठ-मंदिरों के पुजारी करें शंखनाद: पं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री

 


छतरपुर, 2 मार्च (हि.स.)। पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने पशिचम बंगाल में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है, मानवता की पीडा जिसमें नहीं है वह मनुष्य कहलाने के लायक नहीं है, इसलिए इस दुर्भाग्य से बचने के लिए बहॉ की सरकार को जागकर मानवता की सोच के साथ निर्णय लेना चाहिए ताकि किसी के भी साथ कुकृत्य,अत्याचार न हो।मानवतावादी सोच न रखने बाले भारत देश में कलंक हैं। बंगाल में हिन्दुओं की हत्या,माताओं,बहनों के साथ दुव्यवहार मारपीट,दुष्कर्म जैसी घटनाओं का संज्ञान लेकर जिम्मेदारों को दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही करके दण्डित करना चाहिए।यही व्यासपीठ का संकल्प है और हमारा ऐसी सरकारों को बागेश्वरधाम से यही आदेश भी है।

बागेश्वरधाम में चल रहें बुन्देलखण्ड के पंचम विवाह महोत्सव में बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए मठ-मंदिरों के पुजारियों को आगे आकर शंखनांद करना चाहिए। विश्व में सनातन के लिए यह अमृतकाल का समय है। आदिकाल से मंदिरों में पूजा-पाठ करने वाले संत सनातन धर्म के लिए संघषर्र करते आए हैं,संतों और पुजारियों का पूरा हिन्दु समाज अनुशरण करते हुए कदम से कदम मिलाकर चलता रहा है। पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने संवाद के दौरान कहा कि अयोध्या में मंदिर निमार्ण और प्राण प्रतिष्ठा के बाद हिन्दुओं में सनातन के प्रति एक अलग सकारात्मक संचार देखने को मिल रहा है,उन्होंने कहा कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए मठ-मंदिरों और साधना में लीन संतों कों आगे आकर अपने अपने स्थानों पर जनजागरण करना चाहिए इसके लिए एक बृहद अभियान चलाया जाएगा।सनातन को मानने वाले एवं जैन, बौद्ध, सिख आदि धर्मावलंबी भी हिन्दू हैं। वैधानिक भले ही न हों लेकिन आध्यात्मिक रूप से भारत हिन्दू राष्ट्र है।

बागेश्वरधाम में चल रहें बुन्देलखण्ड के पंचम विवाह महोत्सव में भारत हिन्दू राष्ट्र बनाने सभी को संकल्प दिलाया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक डॉ. श्याम सुंदर पाराशर कथा महोत्सव के पहले दिन बागेश्वर धाम में उपसिथत रहें। श्री भागवत भास्कर पं. कृष्णचन्द्र ठाकुर, वृंदावन के प्रख्यात, कथावाचक पं. इन्द्रेश उपाध्याय महाराज, कवि कुमार विश्वास सहित हजारों संतों और मनीषियों ने भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने का सर्मथन किया है।

हिन्दुस्थान समाचार/सौरभ भटनागर