सिंहस्थ-2028 के लिए उज्जैन का ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान तैयार करें: डॉ. यादव

 




- मुख्यमंत्री ने की उज्जैन में शहर विकास के कार्यों की समीक्षा, कहा- महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं को कम समय में सुलभ दर्शन की बनाएं व्यवस्था

भोपाल, 23 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को उज्जैन में शहर विकास के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि सिंहस्थ-2028 को दृष्टिगत रखते हुए अभी से उज्जैन शहर का ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान जिला प्रशासन तैयार करें। यह प्रयास करें कि श्रद्धालु कम से कम समय में महाकाल मन्दिर पहुंच जाएं, उन्हें अनावश्यक रूप से दो-तीन किमी न चलना पड़े। प्रशासन यह व्यवस्था सुनिश्चित करें कि श्रद्धालुओं को तिरूपति बालाजी मन्दिर की तरह महाकाल मन्दिर में कम समय में दर्शन हो जाए। एक टीम तिरूपति बालाजी मन्दिर जाकर वहां की व्यवस्था का अवलोकन कर कार्य योजना बनाए।

भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थानों होंगे धार्मिक क्षेत्र के रूप में विकसित

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण के पग पड़े हैं, उन स्थानों को धार्मिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। नारायणाधाम को तीर्थधाम के रूप में विकसित किया जाएगा।

पंचक्रोशी की तर्ज पर पूर्णिमा में भी यात्रा निकाली जाए

उन्होंने बताया कि पंचक्रोशी यात्रा की तर्ज पर पूर्णिमा पर भी परिक्रमा यात्रा निकाली जाएगी। परिक्रमा यात्रा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। यह प्रयास किया जाएगा कि वृंदावन परिक्रमा की तर्ज पर महाकाल दर्शन के बाद श्रद्धालु चिन्तामन गणेश मन्दिर, हरसिद्धि मन्दिर, कालभैरव मन्दिर, मंगलनाथ मन्दिर, सान्दीपनि आश्रम दर्शन के बाद पुन: महाकाल मन्दिर आएं। पंचक्रोशी मार्ग पर स्थाई पड़ाव बनाने के लिये अधोसंरचात्मक कार्य किये जाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिले की समस्त पुरातात्विक महत्व की सम्पत्तियों का रिनोवेशन प्राथमिकता से किया जायेगा। उज्जैन में कोठी पैलेस, ग्राण्ड होटल एवं महाराजवाड़ा को नया स्वरूप प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा शहर की सड़कों के विकास के लिये बेहतर कार्य योजना बनाए जिसमें सभी विभागों की सहभागिता सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि मांस-मछली विक्रेताओं को बैठने के लिये एक निश्चित स्थान उपलब्ध कराया जाए। खुले में मांस-मछली बेचने वालों के विरूद्ध अभियान निरंतर जारी रहे।

उन्होंने निर्धारित डेसीबल से अधिक लाऊड स्पीकर बजाने पर भी लगातार कार्यवाही करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि इसके लिये अनावश्यक रूप से किसी को परेशान न किया जाये। उन्होंने बताया कि निर्धारित डेसीबल से अधिक पर लाऊड स्पीकर बजाने पर गृह विभाग एक एप तैयार कर रहा है। इस एप में शिकायत दर्ज की जा सकेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की ढिलाई न हो। शहर के विकास के कार्य बेहतर हो, यह सुनिश्चित किया जाए। अच्छे काम करने वाले अधिकारियों को प्रोत्साहित किया जायेगा और लापरवाह अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने शहर के प्रमुख चौराहों का सौन्दर्यीकरण करने एवं महामृत्युंजय द्वार के आसपास विकास कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने चामुण्डा माता मन्दिर चौराहा को हरिफाटक ब्रिज तक एलिवेटेड कॉरिडोर विकास के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्हों ने नीलकंठ वन मार्ग पर पार्किंग की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिये आवश्यक उपाय किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल आने वाले श्रद्धालु पांच मिनिट में बाबा महाकाल के दर्शन कर लें। इसकी माइक्रो प्लानिंग जिला प्रशासन करें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विधायकों से कहा कि वे एसडीएम के साथ बैठकर सड़क एवं विकास के कार्यों की प्लानिंग करें। उन्होंने एसीएस डॉ.राजेश राजौरा को निर्देश दिये कि वे उज्जैन संभाग में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा निरन्तर करते रहें।

समीक्षा बैठक में सांसद अनिल फिरोजिया, विधायकगण अनिल जैन कालूहेड़ा, सतीश मालवीय, डॉ. तेजबहादुर सिंह चौहान, जितेन्द्र पंड्या, दिनेश जैन बोस, महापौर मुकेश टटवाल, सभापति कलावती यादव, यूडीए अध्यक्ष श्याम बंसल, विवेक जोशी, बहादुर सिंह बोरमुंडला, पूर्व विधायक बहादुर सिंह चौहान, राजेन्द्र भारती, विशाल राजौरिया, विभिन्न विभागों के संभागीय एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश