उज्जैन में कान्ह नाले के प्रदूषित पानी को क्षिप्रा में मिलने से रोकने की कार्ययोजना शीघ्र करें तैयार : सिलावट

 


- जल संसाधन मंत्री ने की विभागीय समीक्षा बैठक

भोपाल, 10 जनवरी (हि.स.)। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बुधवार को जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि महाकाल की नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी में मिलने वाले कान्ह नाले के प्रदूषित पानी के डायवर्जन के लिये बनाई गई कार्ययोजना की निविदा शीघ्र स्वीकृति के लिये वृहद् परियोजना नियंत्रण मण्डल के समक्ष प्रस्तुत की जाए।

मंत्री सिलावट ने 100 दिवस, 01 वर्ष, 05 वर्ष और 2047 तक विभाग की कार्य योजना तैयार करने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि के लिये अधिकाधिक सिंचाई परियोजनाओं की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त करें। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में संकल्प पत्र 2023 में वर्णित विभाग के लक्ष्यों की पूर्ति के लिये सतत् प्रयास किये जावें। केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना में राज्य को आवंटित कार्यों में गति लाने के लिये परियोजना के लक्ष्यों को निर्धारित समय में प्राप्त करने के निर्देश दिये गये। सिलावट ने अंतर्राज्यीय ई.आर.सी.पी. परियोजना से संबंधित कार्यों को भी त्वरित गति से किये जाने के लिये कहा।

लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित अभियंताओं के नियुक्ति पत्र शीघ्र जारी किये जायें

मंत्री सिलावट ने विभागीय समीक्षा बैठक में लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित अभियंताओं को शीघ्र नियुक्ति पत्र प्रदान करने के निर्देश दिये। जिससे विभाग में अभियंताओं की कमी को पूरा किया जा सके। बैठक में प्रमुख सचिव मनीष सिंह एवं प्रमुख अभियंता शिशिर कुशवाह उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश