भोपाल. लोकायुक्त कार्यालय में आग पर सियासत तेज, नेता प्रतिपक्ष ने घटना पर जताया संदेह
भोपाल, 27 मई (हि.स.)। राजधानी भोपाल के लोकायुक्त कार्यालय में रविवार शाम को लगी आग की घटना पर अब सियासत तेज हो गई है। सियासी गलियारों में इस घटना को शक की नजरों से देखा जा रहा हैं। लोकायुक्त कार्याल में लगी आग को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने सवाल उठाए है। उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
भोपाल में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में सरकारी कार्यालयों में आग का दौर चल रहा है। पहले सतपुड़ा भवन, वल्लभ भवन में लगी। अब लोकायुक्त कार्यालय में भी आग लग गई है। उन्होंने कहा कि लोकायुक्त कार्यालय में सिंहस्थ घोटाले की जांच की एक फाइल है। जिसमें सैकड़ों एकड़ जमीन की हेराफेरी हुई। कई नेताओं के करीबियों और कंपनियों के नाम हैं। लोकायुक्त कार्यालय में लगी आग में कहीं सिंहस्थ की उस फाइल को जलाने की कोशिश तो नहीं की गई। सिंघार ने आग लगने के मामले की ज्यूडिशियल जांच कराने की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लोकायुक्त की जिस प्रकार से नियुक्ति हुई। शनिवार को आदेश हुआ और रविवार को शपथ दिलाई गई। आनन-फानन में तत्काल नया लोकायुक्त नियुक्त किया गया। इसके पीछे क्या कारण है। क्योंकि, इस बारे में सुप्रीम कोर्ट भी गया हूं। कहीं न कहीं, सरकार डरी हुई है कि सुप्रीम कोर्ट उनके खिलाफ निर्णय न दे दे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस प्रकार से एसआइटी गठित करते हैं और उसकी लीपा-पोती करते हैं। अब तक की जो जांचें हुई है मुझे नहीं लगता कि इसकी निष्पक्ष जांच होगी। लेकिन, मैं कांग्रेस विधायक दल की ओर से कहना चाहता हूं कि इसको विधानसभा में उठाया जाएगा। और प्रदेश में कई घोटाले हो चुके हैं उनकी लंबी लिस्ट है इन घोटालों को लेकर अभी तक सही स्पष्ट जांच पटल पर जनता के सामने क्यों नहीं आ रही?
हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा