ग्वालियरः रेंहट गाँव की पूरी जमीन का सीमांकन कर किया जायेगा स्वामित्व का निर्धारण

 


- आदिवासी परिवारों की महिलाओं की समस्या सुनने के बाद कलेक्टर ने दिए निर्देश

- कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में 218 लोगों की समस्याओं की हुई सुनवाई

ग्वालियर, 2 जुलाई (हि.स.)। जमीन के स्वामित्व को लेकर आ रही रेंहट ग्राम के आदिवासी परिवारों की समस्या का स्थायी समाधान होगा। रेंहट मौजे की पूरी जमीन का सीमांकन कर यह निर्धारित किया जायेगा कि यहाँ के सर्वे नम्बरों के किस भाग का कौन- कौन स्वामी है। कलेक्टर रुचिका चौहान ने घाटीगाँव के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को रेंहट गाँव की पूरी खेती योग्य जमीन का सीमांकन करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में मंगलवार को पहुँची ग्राम रेंहट के आदिवासी परिवारों की महिलाओं की समस्या सुनने के बाद कलेक्टर रुचिका चौहान ने इस आशय के निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में इस बार 218 लोगों की समस्यायें सुनी गईं।

कलेक्ट्रेट में मंगलवार को हुई जन-सुनवाई में पहुँचकर जिले के दूरस्थ ग्राम रेंहट से बैजन्ती, विमला, राजाबेटी व नथिया सहित गाँव के आदिवासी परिवारों की अन्य महिलाओं ने कलेक्टर को अपनी व्यथा सुनाई। इन महिलाओं का कहना था कि उन्हें पट्टे पर लगभग 60 वर्ष पूर्व मिली जमीन पर गाँव के कुछ लोगों द्वारा खेती करने से रोका जा रहा है। सभी महिलाओं की बातों को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद कलेक्टर ने फोन लगाकर घाटीगाँव के एसडीएम से बात की। तब पता चला कि रेंहट गाँव में बहुत से भूमि स्वामी अपनी वास्तविक जमीन पर काबिज होने की बजाय एक - दूसरे की जमीन पर खेती कर रहे हैं। इसलिए आए दिन विवाद होता रहता है। कलेक्टर ने वस्तुस्थिति का पता लगने के बाद एसडीएम को निर्देश दिए कि रेंहट गाँव की पूरी जमीन का सही-सही सीमांकन कराकर लोगों को उनके स्वामित्व वाली जमीन का कब्जा दिलाएँ। उन्होंने यह काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही जोर देकर कहा कि गाँव के आदिवासी परिवारों के साथ कोई अन्याय नहीं होना चाहिए।

जन-सुनवाई में रानी अवंतीबाई खालसा कॉलेज के विद्यार्थी रहे आकाश वंशकार ने महाविद्यालय द्वारा डीएलएड की अंकसूची न दिए जाने की शिकायत की। वंशकार का कहना था कि महाविद्यालय द्वारा अतिरिक्त फीस की मांग भी की जा रही है, जबकि उसके द्वारा पूर्व में ही पूरी फीस जमा की जा चुकी है। कलेक्टर रुचिका चौहान ने जिला शिक्षा अधिकारी को इस पूरे प्रकरण की जांच कर संबंधित विद्यार्थी को अंकसूची दिलाने के निर्देश दिए। इसी तरह शहर के वार्ड-62 की एक बस्ती से आए लोगों ने बिजली आपूर्ति संबंधी शिकायत की। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने विद्युत वितरण कंपनी एवं नगर निगम के अधिकारियों को इस समस्या का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। इसके अलावा अन्य आवेदकों की जमीन, बच्चों की पढ़ाई व इलाज इत्यादि से संबंधित समस्याओं का समाधान भी किया गया।

कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में इस बार 218 आवेदक अपनी समस्यायें लेकर पहुँचे थे। इनमें से 108 आवेदन दर्ज किए गए। साथ ही शेष 110 आवेदन आवश्यक टीम अंकित कर सीधे ही संबंधित विभागो के जिला स्तरीय अधिकारियों को समय-सीमा में निराकृत करने के लिए सौंपे गए। कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में कलेक्टर रुचिका चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व टीएन सिंह सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने एक-एक कर सभी फरियादियों की समस्यायें सुनीं। साथ ही उनके आवेदनों के निराकरण की रूपरेखा तय की।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश