भाईयों ने किया बहन के अंतिम संस्कार से इंकार, समाजसेवी बंसल आए आगे

 


मंदसौर, 12 मार्च (हि.स.)। नगर की सड़को पर दिखने वाला एक जोड़ा सोमवार की शाम को बिछड़ गया। मृतका का अंतिम संस्कार समाजसेवी ,पार्षद,सुनील बंसल ने विधि विधान से किया।

मंदसौर शहर की सड़कों पर दिखने वाला एक ऐसा जोड़ा जिसे लोग पिंकी लालवानी और अमित शर्मा के नाम से जानते थे, जो लंबे समय से एक दूसरे के साथ रहते थे। दोनोें मानसिक रूप से बेेहद कमजोर थे। लेकिन सोमवार की शाम पिंकी का निधन हो गया। जिसकी सूचना आस पास में रहने वाले रहवासियों ने सुनील बंसल को दी। जिसके बाद सुनील बंसल ने पिंकी के भाईयो को पिंकी के निधन की जानकारी दी और अंतिम संस्कार करने को कहा। लेकिन पिंकी के भाईयों ने उसका अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद बंसल ने मंगलवार सुबह सुनील बंसल ने नगरपालिका के हेमंत शर्मा और जाकिर भाई को मामले से अवगत करवाया और शव वाहन और नगरपालिका कर्मी भेजने को कहा। जिसके बाद सुनील बंसल अंतिम संस्कार की सभी सामग्री लेकर कुम्हारवाड़ा में पिंकी और अमित जहां रहते थे वहां पहुंचे और वहां से पिंकी को शव वाहन के द्वारा मुक्तिधाम ले गए। जहा पर सुनील बंसल ने विधि विधान के साथ पिंकी का अंतिम संस्कार किया। अंतिम संस्कार में शव वाहन चालक जसवंत भाई,नगरपालिका कर्मी,पत्रकार आशीष चावड़ा भी मौजूद रहे।

जानकारी के अनुसार जनकुपूरा निवासी पिंकी ने एलएलबी भी कर रखी थी। परिजन के निधन के बाद पिंकी की मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी और पिंकी के भाईयों ने उसे घर से अलग कर दिया था। जिसके बाद पिंकी अमित शर्मा के संपर्क में आई और कई वर्षो से अमित शर्मा के साथ उसके घर में रहती थी।

बंसल ने बताया कि गांधी चौराहे पर दोनों सेवा बैंक में भोजन करने आते थे लेकिन कुछ दिनों से पिंकी ने बीमारी के कारण आना बंद कर दिया था। अमित आकर उसका भोजन भी अपने साथ ले जाकर पिंकी को खिलाता था। दोनों मानसिक रूप से कमजोर जरूर थे लेकिन दोनों में अटूट प्रेम था। जिसके कारण दोनों को लोग लैला मजनूं के नाम से जानते थे।

हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया