स्वीकृति पत्रक जारी करने में देरी न हो, ताकि किसानों को समय पर हो सके भुगतान : कलेक्टर
उज्जैन, 8 अप्रैल (हि.स.)। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सोमवार को प्रशासनिक संकुल भवन में आयोजित समय सीमा की बैठक में रबी उपार्जन की समीक्षा कर उपार्जन संबंधी अधिकारियों को स्वीकृति पत्रक जारी करने में गति लाने के निर्देश दिए, ताकि किसानों को समय पर भुगतान किया जा सकें। उन्होंने विगत दिनों हुई हल्की बारिश से जिले में फसलों पर प्रभाव के संबंध में भी जानकारी ली। जिसमें बताया गया कि जिले में किसी भी प्रकार की फसल नुकसानी की स्थित नहीं हैं।
कलेक्टर ने कहा कि एहतियातन समिति स्तरीय केंद्रों से शेष परिवहन प्राथमिकता से कराएं। केंद्रों पर वाहनों की संख्या बढ़ाएं और शत प्रतिशत परिवहन सुनिश्चित कराएं। जिससे बारिश की स्थिति में गेहूं भीगने की स्थिति न बने। उन्होंने रिजेक्ट उपज के अपग्रेडेशन की कार्यवाही भी शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी उपार्जन संबंधी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि मानक मापदंडों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण खरीदी की जाएं। बैठक में जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीणा, निगम आयुक्त आशीष पाठक, एडीएम एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी महेंद्र कवचे, एडीएम अनुकूल जैन, यूडीए सीईओ संदीप सोनी सहित सभी जिला अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर सिंह ने बैठक में खाद के अग्रिम भण्डारण की स्थित की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सोसायटी में रखे खाद का किसानों का वितरण कराएं। उन्होंने कृषि उप संचालक से नरवाई जलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की भी जानकारी ली। उन्होंने सभी एसडीएम को अपने क्षेत्र में नरवाई जलाने वालों के विरुद्ध जुर्माने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एसडीएम अपने क्षेत्र के पटवारियों को फील्ड पर भेजकर नरवाई जलाने पर अंकुश लगाएं और जलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही भी सुनिश्चित कराएं। कलेक्टर ने शिव ज्योति अर्पणनम कार्यक्रम की समीक्षा कर सभी आवश्यक तैयारियों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। बताया गया कि उज्जैन संसदीय क्षेत्र में नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने की कार्यवाही 18 अप्रैल से 25 अप्रैल तक की जाएगी। इस अवधि में रविवार के अतिरिक्त सभी दिनों में नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए जा सकेंगे। कलेक्टर ने नाम निर्देशन के संबंध में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण करने के दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नामांकन, शपथ पत्र सहित अन्य दस्तावेजों की जांच के लिए संलग्न अधिकारियों को प्रक्रिया के संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाएं। उन्होंने कहा कि नामांकन प्राप्त करने की प्रक्रिया से ही स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी) सक्रिय हो जाएंगे। एसएसटी दलों का तीन शिफ्ट में नामजद स्पष्ट आदेश जारी किया जाएं। साथ ही एसएसटी दलों को उनके दायित्वों के संबध में प्रशिक्षण भी दिया जाएं। इसी प्रकार एफएसटी दल भी सक्रिय रहें। उनके लॉगिन भी सी विज़िल एप पर कराएं। उन्होंने वीवीटी और मीडिया मॉनिटरिंग सेल का निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रभावी क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बैठक में पोस्टल बैलेट, होम वोटिंग टीम, ईटीपीबीएस और ईडीसी सहित अन्य दलों के आगामी ट्रेनिंग के संबंध में निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल तक माइक्रो आब्जर्वर का फर्स्ट रैंडामाईजेशन कराएं। उन्होंने बैठक में ईवीएम मशीनों की फर्स्ट सप्लीमेंट्री रैंडामाईजेशन और कमीशनिंग की भी जानकारी ली और कहा कि कमीशनिंग के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के साथ ही कमीशनिंग में संलग्न अधिकारियों कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएं।
बैठक में कलेक्टर ने लोकसभा निर्वाचन के संबंध में परिवहन प्रबंधन के संबंध में एफएसटी दल, सेक्टर ऑफिसर्स सहित मतदान दलों को दिए जाने वाले वाहनों की व्यवस्थाएं 18 अप्रैल तक कराएं जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की स्वीप अंतर्गत कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केंद्रों पर डोर टू डोर जाकर मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक किया जाएं। मतदान दलों सहित निर्वाचन कार्य में संलग्न अधिकारियों कर्मचारियों के भोजन ,पेयजल सहित अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जाएं। उन्होंने सामग्री प्रबंधन, कानून व्यवस्था ,मैन पावर मैनेजमेंट की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निर्वाचन की विभिन्न गतिविधियों के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत रहें। ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए मेडिकल टीम आवश्यक दवाइयों के साथ तैनात की जाएं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी समुचित व्यवस्था रहे। कलेक्टर ने एमसीसी, ईवीएम मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन प्लान, फूड मैनेजमेंट सहित अन्य बिंदुओं पर भी समीक्षा की।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश