मप्रः डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर, आमला सीट से लड़ सकती हैं चुनाव

 


भोपाल, 24 अक्टूबर (हि.स.)। राज्य सरकार ने छतरपुर जिले की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। मप्र उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद शासन ने सोमवार देर रात उनका इस्तीफा मंजूर करने का आदेश जारी किया था, लेकिन इसकी जानकारी मंगलवार को सार्वजनिक की गई। इसके बाद अब उनके चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है। संभावना जताई जा रही है कि निशा बागरे बैतूल जिले की आमला सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।

दरअसल, निशा बांगरे छतरपुर जिले में डिप्टी कलेक्टर के पद पर तैनात थीं। करीब तीन महीने पहले गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छूट्टी नहीं मिलने के कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन शासन ने उसे स्वीकार नहीं किया था। इसके बाद उन्होंने घोषणा की थी कि वे कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहती हैं। निशा बैतूल के मुलताई से चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा मंजूर करने की मांग को लेकर पद यात्रा शुरू की थी। इसके बावजूद जब उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ तो उन्होंने उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय की शरण ली थी। उच्चतम न्यायालय ने मामले को मप्र उच्च न्यायालय को जल्द निर्णय लेने को कहा था। वहीं, तीन दिन पहले उच्च न्यायालय ने सरकार को निशा बागरे का इस्तीफा 23 अक्टूबर तक स्वीकार करने का आदेश दिया था।

मंगलवार को कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने किया ट्वीट कि मध्य प्रदेश शासन ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश के पालन में निशा बांगरे का त्याग पत्र स्वीकार कर लिया। विभागीय इनक्वायरी भी खत्म कर दी सेंसर के साथ। अब निशा को अपने आगे के रास्ते के बारे में सोचना पड़ेगा। कांग्रेस अपना उम्मीदवार अमला बैतूल से एक दिन पूर्व घोषित कर चुकी है। यह कोई महिला अधिकारी की जीत नहीं है। यह नारी शक्ति की जीत है।

दरअसल, कांग्रेस ने आमला विधानसभा सीट पर प्रत्याशी के ऐलान को होल्ड करके रखा था, लेकिन उनका इस्तीफा मंजूर नहीं होने के कारण सोमवार देर रात कांग्रेस ने अमला सीट से मनोज मालवे को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। मनोज 2018 में भी इस सीट से उम्मीदवार बनाए गए थे, लेकिन भाजपा प्रत्याशी से वे चुनाव हार गए थे। इस्तीफा स्वीकर होने से अब निशा बागरे विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश