ग्वालियरः चिकित्सालय परिसर की सीवर समस्या के निदान हेतु नगर निगम बनायेगा डीपीआर

 


- हजार बिस्तर अस्पताल की धर्मशाला को शीघ्र प्रारंभ किया जाए, कमिश्नर ने समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

ग्वालियर, 7 फरवरी (हि.स.)। मेडीकल कॉलेज एवं गजराराजा चिकित्सा समूह परिसर की सीवर समस्या के निदान हेतु नगर निगम के माध्यम से एक माह में डीपीआर तैयार की जायेगी। निगम द्वारा तैयार डीपीआर को अमृत योजना में स्वीकृत करने हेतु शासन स्तर को भेजा जायेगा। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने गत दिवस मेडीकल कॉलेज में आयोजित समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों के परिपालन में संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने बुधवार को मेडीकल कॉलेज और सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए हैं।

संभागीय आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में मेडीकल कॉलेज डीन अक्षय निगम, अपर आयुक्त नगर निगम विजय राज, जेएएच अधीक्षक आर के एस धाकड़ सहित चिकित्सकगण एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने बैठक में निर्देश दिए कि हजार बिस्तर अस्पताल परिसर में निर्मित धर्मशाला के शीघ्र संचालन के लिये उनके सभी कमरों में फर्नीचर आदि की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही संचालन के लिए टेंडर भी जारी किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि हजार बिस्तर एवं मेडीकल कॉलेज और जहाँ संभव हो वहाँ गजराराजा चिकित्सा समूह की छतों पर भी सोलर पैनल लगाने के लिये प्रस्ताव तैयार किया जाए। इसके लिये संबंधित एजेंसी से संपर्क कर विस्तृत प्रस्ताव प्राप्त किया जाए।

उन्होंने कहा ट्रॉमा सेंटर के पास दो मॉड्यूलर ओटी निर्माण का कार्य भी लोक निर्माण विभाग के माध्यम से प्रारंभ कराया जाए। इसके लिये लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तत्परता से कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए।

पेशेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम को लागू किया जाए

संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने कहा कि जिस प्रकार निजी चिकित्सालयों में आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होती हैं और उन्हें कहीं परेशान नहीं होना पड़ता। वैसी ही व्यवस्था शासकीय चिकित्सालयों में भी हो। इसके लिए पेशेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम की व्यवस्था प्रारंभ की जाए। गजराराजा चिकित्सा समूह एवं हजार बिस्तर अस्पताल में इसे शीघ्र प्रारंभ करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस व्यवस्था को लागू करने के साथ ही इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए, ताकि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

बैठक में मेडीकल कॉलेज, गजराराजा चिकित्सा समूह के साथ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के विभिन्न कार्यों के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए गए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा