राजगढ़ः दादा-दादी,नाना-नानी के अनुभव बच्चों के जीवन को समृद्व करते हैं-केन्द्रीय मंत्री डाॅ.वीरेन्द्रकुमार
राजगढ़, 20 दिसम्बर (हि.स.)। दादा-दादी, नाना-नानी के अनुभव बच्चों के जीवन को समृद्व करते हैं, उनके शब्दों में मिठास और आशीर्वाद में जीवन को सकारात्मक दिशा देने की शक्ति होती है। देश भर में ऐसे कई कदम उठाए जा रहे है, ताकि वरिष्ठ नागरिकों के मन में संतोष और सुरक्षा की भावना पैदा हो। यह बात केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ.वीरेन्द्रकुमार ने शनिवार को मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा में आयोजित अंतर पीढ़ीगत संबंधों पर आधारित कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान कही।
कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलन के पश्चात विद्यालय के बच्चों द्वारा स्वागत गीत, लघु नाटिका एवं मालवा लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। लघु नाटिका में बच्चों ने दादा-दादी, नाना-नानी के आत्मीय संबंधों को भावनात्मक रुप से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री डाॅ.वीरेन्द्रकुमार ने बच्चों द्वारा लगाए गए स्टाॅलों का अवलोकन कर उनकी मेहनत और रचनात्मकता की सराहना की।
मंच को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि माता-पिता से आशीर्वाद लेना हमारी संस्कृति में प्राचीन काल से चला आ रहा है, यही संस्कृति हमारी भारतीय संस्कृति की पहचान है। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय विभाग द्वारा उन स्थानों पर अनुदान प्रदान किया जाएगा, जहां वृद्वाश्रम उपलब्ध नही है।
केन्द्रीय मंत्री ने बुजुर्गों के सम्मान पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्रीय वयोश्री योजना के तहत बुजुर्गों को आवश्यक सहायक उपकरण निःशुल्क प्रदान किए जा रहे है साथ ही 14567 हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से बुजुर्गाें को किसी भी परिस्थति में मदद उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि देशभर में ऐसे कई कदम उठाए जा रहे है, ताकि वरिष्ठ नागरिकों के मन में संतोष और सुरक्षा की भावना पैदा हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीति सबका साथ, सबका विकास के तहत समाज को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में हमारे समाज में संयुक्त परिवार की परंपरा थी, जो धीरे- धीरे कमजोर होती जा रही है। अंतर पीढ़ीगत संबंधों को मजबूत करने के लिए ऐसे कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक है। केन्द्रीय मंत्री डाॅ.वीरेन्द्रकुमार ने मंच से अप्रत्याशित रुप से बुजुर्ग महिला एवं पुरुषों को मंच पर बुलाया और उनसे जीवन के अनुभव व नाती-नातिन का उनके साथ बरते जा रहे व्यवहार के बारे में पूछा साथ ही उन्हें मंच पर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में सांसद रोडमल नागर ने कहा कि आज लोग एक ही स्थान पर रहते हुए संवाद नही कर पा रहे है, ऐसे में यह कार्यक्रम पीढ़ियों के बीच संवाद को पुर्नजीवित करता है।
इस मौके पर राज्यमंत्री नारायणसिंह पंवार ने अपने संबोधन में कहा कि सौभाग्य की बात है कि ब्यावरा में इतने सरल हृदय के वरिष्ठ मंत्री एक अनोखे कार्यक्रम के साथ हमारे बीच आए है। यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नही है, बल्कि एक विशेष कार्यक्रम है, जो शहर में पहली बार आयोजित हो रहा है। वरिष्ठ हमारे समाज के पारस है, उनका सम्मान और उनके अनुभव का मान हमारी संस्कृति की धरोहर है। कार्यक्रम में राज्यमंत्री डाॅ. गौतम टेटवाल ने कहा कि जितनी मेरी राजनीतिक आयु है, उससे ज्यादा संसदीय अनुभव मंत्री भारत सरकार के पास है। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री ने दिव्यांगजनों को उपकरणों का वितरण भी किया।
कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री द्वारा मंच से अपने घर के बुजुर्गाें का आत्मीय सम्मान उनकी उचित तरीके से देखभाल करने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के समापन पर वृद्वजनों के सम्मान में बुजुर्गाें एवं बच्चों के साथ वाॅकथाॅन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर खिलचीपुर विधायक हजारीलाल दांगी, पूर्व राज्यमंत्री बद्रीलाल यादव, भाजपा महामंत्री देवीसिंह सौंधिया,कलेक्टर डाॅ.गिरीशकुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी, एसडीएम गोविंदकुमार दुबे, निधि भारद्वाज, डिप्टी कलेक्टर ज्योति राजोरे सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन ओपी.विजयवर्गीय द्वारा किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / मनोज पाठक