मप्र के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर किया गौरवान्वितः डॉ. मोहन यादव

 


- ओलम्पिक एवं एशियन गेम्स में हुआ प्रदेश का नाम रोशनः मुख्यमंत्री

भोपाल, 29 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर प्रदेश को गौरवान्वित किया है। खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक और एशियन गेम्स में पदक जीतकर कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को राष्ट्रीय खेल दिवस पर सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि खिलाड़ियों का हुनर निखारने के लिये अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेल अधोसंरचना, आधुनिक वैज्ञानिक पद्धति से प्रशिक्षण, खेल उपकरण और विदेश में प्रशिक्षण दिलाने के साथ 18 खेलों की 11 खेल अकादमियाँ स्थापित की गई हैं।

ओलंपिक गेम्स

टोकियो ओलंपिक-2020 जापान में प्रथम बार मध्यप्रदेश खेल अकादमी के 10 खिलाड़ियों द्वारा देश का प्रतिनिधित्व किया गया। श्री विवेक प्रसाद सागर एवं श्री नीलाकांत शर्मा काँस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी दल के सदस्य रहे। हाल ही में हुए पेरिस ओलंपिक में प्रदेश से हॉकी के विवेक प्रसाद सागर, शूटिंग के ऐश्वर्य प्रताप सिंह और पैरा ओलंपिक गेम्स में जूडो के कपिल परमार, केनो की प्राची यादव और पूजा ओझा द्वारा प्रतिभागिता की जा रही है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर को पेरिस ओलंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीतने पर एक करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि से नवाजा है।

एशियन गेम्स में जीते 14 पदक

19वें एशियन गेम्स-2023 में हांगजाउ, चाइना में प्रदेश के खिलाड़ियों ने 6 स्वर्ण, 5 रजत, 3 काँस्य, कुल 14 पदक अर्जित कर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। ऐश्वर्य प्रताप सिंह, पूजा वस्त्रकार, सुदीप्ति हजेला, विवेक प्रसाद सागर, आवेश खान ने प्रदेश का नाम रोशन किया। एशियन गेम्स में मध्यप्रदेश शूटिंग अकादमी के खिलाड़ी ऐश्वर्य प्रताप सिंह द्वारा वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया गया। इसी प्रकार पैरा-एशियन गेम्स में प्रदेश की प्राची यादव, मनीष कौरव और रूबिना फ्रांसिस ने प्रदेश और देश का नाम रोशन किया।

खेल पर्यटन को बढ़ावा

प्रदेश में स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ाने तथा प्रदेश को स्पोर्ट्स हब बनाने के लिये नाथूबरखेड़ा भोपाल में अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट कॉम्पलेक्स का निर्माण 2 चरणों में किया जा रहा है। इसके लिये 985 करोड़ 76 लाख रुपये निर्धारित किये गये हैं। प्रथम चरण में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एथलेटिक, फुटबाल एवं हॉकी के स्टेडियम तथा द्वितीय चरण में मल्टीपर्पस इंडोर स्पोर्ट कॉम्पलेक्स, ऑल वेदर स्वीमिंग पूल एवं अन्य आउटडोर प्ले-फील्ड का निर्माण किया जा रहा है। स्पोर्ट कॉम्पलेक्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट साइंस सेंटर की स्थापना भी की जायेगी। तृतीय चरण में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण भी होगा।

अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल अधोसंरचना

प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के 18 हॉकी टर्फ का निर्माण किया गया है। 9 टर्फ का कार्य इसी वर्ष पूर्ण होगा। प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के 7 सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रेक निर्मित हैं। 5 सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रेक निर्माणाधीन हैं, जिन्हें इसी वर्ष पूरा किया जायेगा। प्रदेश के प्रत्येक विकासखण्ड में स्पोर्ट कॉम्पलेक्स निर्माण किया जायेगा। खेल विभाग के वर्तमान में 111 स्टेडियम/खेल प्रशिक्षण केन्द्र निर्मित हैं तथा 56 खेल स्टेडियम/प्रशिक्षण केन्द्र निर्माणाधीन हैं।

अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धियाँ

पिछले वित्तीय वर्ष में संचालित खेल अकादमियों के खिलाड़ियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 37 स्वर्ण, 18 रजत, 15 काँस्य, कुल 70 पदक एवं 68 खिलाड़ियों द्वारा प्रतिनिधित्व कर देश और प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है। खेल अकादमी के खिलाड़ियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर 267 स्वर्ण, 206 रजत और 217 काँस्य पदक हासिल कर कुल 690 पदक अर्जित किये हैं। भविष्य में प्रशिक्षक विकास योजना में प्रतिभावान प्रशिक्षकों और ऐसे अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय खिलाड़ी, जो खेल प्रशिक्षक के रूप में कॅरियर बनाना चाहते हैं, उन्हें देश और विदेश में अध्ययन के लिये भेजा जाएगा।

प्रतिवर्ष 10 सब इंस्पेक्टर, 50 कॉस्टेबल की होगी नियुक्ति

मध्यप्रदेश पुलिस में स्पोर्ट कोटा निर्धारित किया गया है। इसमें प्रतिवर्ष 10 सब इंस्पेक्टर एवं 50 कॉस्टेबल की नियुक्ति की जायेगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध खेल अधोसंरचना अंतर्गत इण्डोर हॉल के निर्माण के लिये मुख्यमंत्री खेल अधोसंरचना विकास योजना प्रस्तावित है। ब्रेक डांस अकादमी एवं ई-स्पोर्ट्स अकादमी स्थापित की जाना प्रस्तावित है। प्रदेश के खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण के लिये विदेश भेजा जा रहा है तथा विदेशी प्रशिक्षक को भी आमंत्रित किया जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के साथ नये पर्यटन स्थलों का भ्रमण

माँ तुझे प्रणाम योजना के जरिये गत वित्तीय वर्ष में प्रदेश के 1100 युवाओं को देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं बाघा बॉर्डर, हुसैनीवाला-पंजाब, तानोत माता का मंदिर-लोंगेवाल, राजस्थान, कन्याकुमारी तमिलनाडु की अनुभव यात्रा करवाई गई है। माँ तुझे प्रणाम योजना को और प्रभावी एवं आकर्षक बनाने के लिये युवाओं को अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के साथ उसमें नये पर्यटन स्थल का भ्रमण भी कराएंगे। प्रदेश के खेल अधोसंरचना निर्माण जन निजी भागीदारी योजना अंतर्गत तथा खेल प्रतियोगिताओं एवं खेल गतिविधियों के क्रियान्वयन/प्रोत्साहन सीएसआर से करने के लिये पीएमयू सेल का गठन किया जायेगा।

19 हजार 810 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण

वीएलसीसी, आईसीआईसीआई, आईशर, वॉल्वो एवं इंडसइंड बैंक के माध्यम से विभिन्न रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा विभाग द्वारा पुलिस, सेना आदि में भर्ती प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन भी किया जा रहा है। विभाग द्वारा संचालित रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा 6 स्किल अकादमियों के माध्यम से 19 हजार 810 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराया गया है।

मुख्यमंत्री पेरिस, पैरालंपिक-2024 में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ दीं

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पेरिस, पैरालंपिक-2024 में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा है कि भारतीय खिलाड़ियों की ऊर्जा, हौसला और अद्भुत समर्पण भारत को गौरव की अनुभूति कराता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से पेरिस, पैरालंपिक-2024 में भारत का राष्ट्रीय ध्वज शान से फहराने और देशवासियों को गौरवान्वित करने की प्रार्थना की है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर दी बधाई

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि खेलों में मध्यप्रदेश ने देश और विदेश में विशिष्ट पहचान बनाई है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के खिलाड़ियों को दी जा रही सुविधाओं और सम्मान से प्रोत्साहित होकर खिलाड़ी आसमान छू रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में खेलों के क्षेत्र में खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन से प्रदेश और देश ओलंपिक और एशियाई खेलों में आगे बढ़ता जाएगा। खिलाड़ियों के लिए सुविधाओं और उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में खेलों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय खेल दिवस हर वर्ष 29 अगस्त को भारत के प्रतिष्ठित हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के सम्मान में मनाया जाने वाला वार्षिक उत्सव है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर