मप्र के निवाड़ी जिले में तीन दिवसीय गढ़कुण्डार महोत्सव का भव्य शुभारंभ

 


- गढ़कुंडार महोत्सव क्षेत्र की लोक संस्कृति, परंपरा और गौरव का भी प्रतीकः नरेन्द्र सिंह तोमर

भोपाल, 27 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के ऐतिहासिक, पर्यटक एवं सांस्कृतिक धरोहर गढ़कुण्डार में महाराजा खेतसिंह खंगार जयंती के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय गढ़कुण्डार महोत्सव का शनिवार शाम को भव्य शुभारंभ महोत्सव का उद्घाटन मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने मुख्य अतिथि के रूप में किया, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता जिले के प्रभारी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने की।

शुभारंभ अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने माता गजानन एवं महाराजा खेतसिंह खंगार के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया तथा कन्या पूजन कर विधिवत महोत्सव की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गढ़कुण्डार न केवल बुंदेलखंड की ऐतिहासिक विरासत है, बल्कि यह क्षेत्र की लोक संस्कृति, परंपरा और गौरव का भी प्रतीक है। ऐसे आयोजन नई पीढ़ी को अपने इतिहास और सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि राज्य शासन गढ़कुण्डार जैसी ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण एवं पर्यटन विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के महोत्सवों से स्थानीय कलाकारों को मंच मिलता है और क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्राप्त होती है।

मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के तत्वावधान एवं जिला प्रशासन निवाड़ी के सहयोग से आयोजित इस महोत्सव में प्रतिदिन शाम 6:30 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जा रही है। महोत्सव में पहले दिन सुमित दुबे एवं साथी (नरसिंहपुर) द्वारा बुंदेली लोक गायन, विनोद साहू एवं साथी (जबलपुर) द्वारा आल्हा गायन तथा चरणजीत सिंह एवं साथी (मुंबई) द्वारा भक्ति गायन की प्रभावशाली प्रस्तुतियां दी गईं।

गढ़कुण्डार महोत्सव (27 से 29 दिसंबर 2025) का इतिहास

गढ़कुण्डार महोत्सव मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में आयोजित एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महोत्सव है, जो महाराजा खेत सिंह खंगार की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह आयोजन हर साल 27 से 29 दिसंबर तक किया जाता है और इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से कलाकार और पर्यटक भाग लेते हैं। इस महोत्सव का इतिहास वर्ष 2006 से जुड़ा है, जब मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग से गढ़कुण्डार महोत्सव महोत्सव की शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य महाराजा खेत सिंह खंगार की जयंती मनाना और गढ़कुण्डार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को प्रदर्शित करना है। महोत्सव में तीन दिवसीय विशाल मेला लगता है, जिसमें स्थानीय हस्तशिल्प और संस्कृति का प्रदर्शन होता है।

शनिवार को महाराजा खेतसिंह खंगार जयंती के अवसर पर समारोह में विधान सभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने दीप प्रज्ज्वलित कर गढ़कुण्डार महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने माता गजानन एवं महाराजा खेतसिंह खंगार के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा कन्या पूजन कर विधिवत महोत्सव का शुभारंभ किया।। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री नारायन सिंह कुशवाह के अलावा विधायक अनिल जैन, सांसद प्रतिनिधि राजेश पटेरिया, पूर्व विधायक डॉ शिशुपाल यादव, जनप्रतिनिधियों एवं समिति के सदस्यगणों की गरिमामई उपस्थिति रही।

महोत्सव के दूसरे दिन रविवार, 28 दिसंबर को चन्द्रसिह कशवाह, निवाड़ी द्वारा पारंपरिक लोकनृत्य बधाई, बरेदी एवं नौरता की प्रस्तुति रहेगी। रामस्थ पाण्डेय एवं साथी, उन्नाव द्वारा आल्हा गायन किया जाएगा। दिनेश सोनी एवं साथी, ग्वालियर द्वारा महाराजा खेतसिंह का इतिहास गायन किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर