वर्ष 2047 तक सिकल सेल उन्मूलन में जनप्रतिनिधि और नागरिक दें अपना योगदानः राज्यपाल पटेल
- खरगोन के ग्राम पानवा में सिकल सेल जाँच शिविर में शामिल हुए राज्यपाल, पीएम आवास योजना की हितग्राही के घर ग्रहण किया भोजन
खरगोन, 23 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभियान चलाया है कि वर्ष 2047 तक एक भी बच्चा आनुवांशिक सिकल सेल रोग के साथ पैदा न हो। इस रोग के विरुद्ध काम करना केवल सरकार का दायित्व नहीं है, इसमें जनप्रतिनिधियों और नागरिकों को भी किसी न किसी रूप में योगदान देना होगा। सिकल सेल के रोगियों को ठंडे पानी से नहाने और तैलीय खाद्य पदार्थ से बचना चाहिए, नियमित दवाई के सेवन साथ व्यायाम करना और अधिक पानी पीना चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि जनप्रतिनिधि और नागरिक सिकल सेल रोगियों को यह सन्देश प्रसारित करें।
राज्यपाल पटेल मंगलवार को खरगोन जिले के ग्राम पानवा में आयोजित सिकल सेल जाँच शिविर को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने शासन की विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के हितलाभ भी वितरित किया। राज्यपाल ने भूमिका राणे और मनीष बडोले को सिकल सेल पेंशन प्रमाण पत्र, लोकेंद्र सिंह पटेल को आयुष्मान कार्ड, अनीता गोविंद और गुलाब सिंह सोलंकी को निक्षय मित्र आहार किट, सलोनी मुकेश को जाति प्रमाण पत्र, तिलोक राजाराम को नवनिर्मित पीएम आवास की चाबी तथा माहेश्वरी आर्य को लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र प्रदान किया।
राज्यपाल ने बताया कि प्रदेश की 89 पेसा समितियों के माध्यम से भी जनजागरूकता फैलाई जा रही है कि डिजिटल कार्ड का मिलान करने के बाद ही विवाह तय किए जाएं। उन्होंने कहा कि खरगोन जिले में 10 लाख व्यक्तियों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की गई है, जो गर्व का विषय है।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि समाज का सेवाभाव देखकर आनंद होता है और टीबी के मरीजों के लिए निक्षय मित्र द्वारा दान किए आहार किट इन मरीजों की उत्तम सेवा है। प्रधानमंत्री मोदी भी इसी संवेदना के साथ निर्धन और जनजातीय वर्ग के लिए पीएम आवास योजना, बिरसा मुंडा धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना, पीएम जनमन योजना के माध्यम से योजनाबद्ध रूप से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि और समाजजन ऐसा काम करें कि आसपास के मरीजों और गरीबों को शासकीय योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
राज्यपाल ने कार्यक्रम स्थल पर आयोजित स्वास्थ्य शिविर में सिकल सेल स्क्रीनिंग, टीबी जांच, कुष्ठ जांच, बीपी, शुगर और हीमोग्लोबिन जांच और औषधि वितरण सहित आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा का अवलोकन किया और शिविर में किए गए पंजीयन और जांच की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मप्र डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत विभिन्न स्वसहायता समूहों द्वारा शिवलिंग, मैक्रम उत्पाद, महेश्वर हैंडलूम साड़ी, मिर्च मसाले, शहद, जैविक हल्दी और जैविक तुअर दाल, फूलबत्ती, चायपत्ती उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और समूह की दीदियों से उनके उत्पादों की विशिष्टता जानी। राज्यपाल के स्वागत में जनजातीय कार्य विभाग की छात्राओं ने पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि सौभाग्य की बात है कि राज्यपाल पटेल प्रदेश में सिकल सेल रोग की समाप्ति के लिए अभियान के रूप में कार्य कर रहे हैं और इसी क्रम में आज पवित्र सात माता का स्थान चुना है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने प्रदेश के प्रत्येक जिले में इस गंभीर रोग के विरुद्ध जनजागरण छेड़ा हुआ है। डीएटीसीसी सदस्य नंदा ब्रह्मणे ने कहा कि राज्यपाल पटेल ने जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में बहुतायत में पाए जाने वाली सिकल सेल बीमारी का अंत करने का बीड़ा उठाया है, जिसके लिए उन्होंने राज्यपाल को धन्यवाद दिया। अंत में जिला पंचायत सीईओ आकाश सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
राज्यपाल पटेल ने ग्राम पंचायत खलबुजुर्ग के प्रधानमंत्री आवास योजना हितग्राही अन्नूबाई और अशोक मेवाड़े के नवनिर्मित आवास में पारंपरिक निमाड़ी भोजन ग्रहण किया। राज्यपाल के आगमन पर मेवाड़े दंपत्ति ने पुष्पवर्षा और ढोल-नगाड़े के साथ स्वागत किया और पारंपरिक धनुष-बाण भेंट किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अनुबाई तंवर, कलेक्टर भव्या मित्तल, निमाड़ रेंज पुलिस उपमहानिरीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, पुलिस अधीक्षक रविंद्र वर्मा, पूर्व विधायक आत्माराम पटेल, खलबुजुर्ग सरपंच सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर