इंदौर में मच्छरजनित रोगों में आयी कमी, धन्यवाद इंदौर’’ कार्यक्रम आयोजित

 


इंदौर, 29 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के इंदौर की जनता ने इस बार मच्छरजनित रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया आदि को हरा दिया है। शासन- प्रशासन के प्रयासों और जिले की जागरूक जनता के सहयोग के चलते इस बार इंदौर शहर ने डेंगू के प्रकरणों को शतक पूरा नहीं करने दिया। पिछले बार जहां डेंगू के 550 प्रकरण रिपोर्ट हुए थे, वहीं इस वर्ष ये आंकड़ा महज 65 पर रुक गया है। मलेरिया प्रकरण भी कुल 11 रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें से अधिकांश की माइग्रेशन हिस्ट्री महाराष्ट्र की निकली है।

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. रश्मि शर्मा दुबे ने बताया कि इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को देखते हुए इंदौर के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने हेतु सोमवार को ’’धन्यवाद इंदौर’’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस उपलब्धि के पीछे वातावरणीय और एंटोंमोलॉजिकल कारण भी निश्चित रूप से रहे हैं। वर्षाकाल का परिवर्तित रूटीन, शीतकाल का विलम्बित होना और वातावरण में आद्रता की परिस्थितियों में परिवर्तन भी मुख्य कारण रहे हैं कि इस वर्ष मच्छरजनित बीमारियां कम सामने आई है। इस वर्ष जनवरी से दिसम्बर तक कुल 121267 घरों में लार्वा सर्वे किया गया, जिनमें 626714 कन्टेनरों में से 3073 कन्टेनरों में लार्वा पाया गया, जिन्हें तत्काल विनष्ट कर आम जनता को जागरूक किया गया।

कार्यक्रम में महापौर प्रतिनिधि भारत पारिख ने कहा कि इंदौर नगर निगम नागरिक हित के लिए प्रतिबद्ध है। निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित रूप से फॉगिंग और दवाई छिडकाव का कार्य किया जा रहा है। नगर निगम अधिकारियों ने जिला मलेरिया कार्यालय की टीम के साथ समन्वय स्थापित करके कार्य किया है। इस वर्ष नई फॉगिंग मशीन भी शहर की जनता के सौगात के रूप में समर्पित की गई है। आगामी वर्ष में भी डेंगू मलेरिया न फैले इसके लिए सभी संभव प्रयास किये जाएंगे।

विशेष अतिथि राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हिमांशु जायसवाल ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश स्तर पर भी डेंगू के प्रकरणों में आश्चर्यजनक कमी देखी गई है, किंतु डेंन वायरस प्रत्येक 3 वर्षों में लौट कर आता है और अति सक्रिय होकर महामारी का रूप ले सकता है। इसलिए हमारी टीम को हर परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार रहने हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. माधव प्रसाद हासनी ने कहा कि इस वर्ष शासन स्तर से प्राप्त स्क्वाड और जिला मलेरिया कार्यालय के स्टाफ ने नगर निगम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है। जहां भी डेंगू मलेरिया की जानकारी मिली टीम ने एकजुट होकर लार्वा सर्वे, लार्वा विनष्टीकरण और फीवर सर्वे किया है। सभी शासकीय अस्पतालों में दवाइयो का स्टाक उपलब्ध है और सभी की निःशुल्क जांच कर निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।

गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड के सहयोग से संचालित एम्बेड परियोजना - फैमिली हेल्थ इंडिया इंदौर के अवधेष सिंह ने इस अवसर पर बताया कि उनकी टीम के 12 नियमित और 150 अनियमित कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर लोगों को समझाईश दी है। साथ ही लार्वा नष्ट करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके चलते डेंगू प्रकरणों में इस वर्ष बड़ी कमी दिखाई दी गई है। एम्बेड की टीम ने मुख्य रूप से शहर की सभी मलीन बस्तियों में पहुंचकर मच्छर रोधी गतिविधियां की है। इस अवसर मानव श्रंखला बनायी गई और गांधी हाल से रीगल चौराहा तक जागरूकता रैली भी निकाली गई। कार्यक्रम में नर्सिंग छात्राएं एवं नागरिक उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर