मप्रः मंत्रालय की तीसरी मंजिल पर लगी आग, बुलाई गई सेना, तीन घंटे में पाया काबू

 








- विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना, धरने पर बैठे जीतू पटवारी

भोपाल, 9 मार्च (हि.स.)। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अरेरा हिल्स स्थित वल्लभ भवन (मंत्रालय) में तीसरी मंजिल पर शनिवार सुबह आग लग गई। आग पर काबू पाने के लिए नगर निगम के फायर स्टेशनों के अलावा बीएचईएल, एयरपोर्ट और सेना की 100 से ज्यादा दमकलें बुलाई गई। सेना के जवान भी मौके पर पहुंचे। सौ से अधिक दमकलों की मदद से करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। माह का दूसरा शनिवार होने के कारण यहां कम ही कर्मचारी थे।

मंत्रालय की पुरानी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर शनिवार सुबह करीब 10 बजे आग लगी थी। तेज हवा के कारण फैली आग देखते ही देखते चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल पर पहुंच गई। मंत्रालय के गेट नंबर पांच और छह के मध्य सफाई कर रहे कर्मचारियों तीसरी मंजिल से धुआं उठता देख सुरक्षाकर्मियों को सूचना दी। दोपहर साढ़े बारह बजे तक आग मुख्यमंत्री के पुराने बैठक कक्ष तक पहुंच चुकी थी। मंत्रालय के 45 से अधिक कक्ष आग की चपेट में आ गए। दोपहर करीब 02 बजे तक काफी हद तक आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि, अनेक हिस्सों से रह-रहकर धुआं उठता दिखाई दे रहा है। मंत्रालय भवन में यह दूसरी बार आग लगी है। इसके पहले भी छह-सात साल पहले भी आग लगी थी।

बताया जा रहा है कि दमकल के पांच कर्मचारी फंस गए थे, जिन्हें बाद में निकाल लिया गया। घटना में तीन कर्मचारियों शिवा, लखन और बबलू के झुलसने की सूचना है। इन कर्मचारियों को जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इसके पहले शुक्रवार को मंत्रालय में महाशिवरात्रि और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की वजह से अवकाश था। मंत्रालय गुरुवार को शाम करीब 6 बजे बंद होने के बाद वहां कोई नहीं था। शुक्रवार को पूरा दिन बंद था, शनिवार को आग लगी, ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि कार्यालय बंद होने के 38 घंटे बाद आग किन कारणों से लगी। आग में कई अहम सरकारी दस्तावेजों के खाक होने की आशंका है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्य सचिव वीरा राणा से फोन पर निर्देश दिए हैं। उन्होंने ऐसी स्थिति दोबारा न बने, उसके उपाय करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री के फोन करने के बाद कई विभागों के प्रमुख सचिव, सचिव और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।

धरने पर बैठे जीतू पटवारी, बोले- भाजपा सरकार ने लगवाई आग

वहीं, दोपहर करीब एक बजे कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार वल्लभ भवन पहुंचे। इस मौके पर जीतू पटवारी ने कहा कि यह आग लगी नहीं, बल्कि भाजपा सरकार द्वारा लगवाई गई है। इस दौरान वल्लभ भवन परिसर में अंदर जाने से रोके जाने पर दोनों नेताओं की सुरक्षाकर्मियों से बहस हुई और वे गेट पर ही धरने पर बैठ गए।

बौखलाहट में ऊटपटांग बयान दे रहे जीतूः सबनानी

भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक भगवानदास सबनानी ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिस तरह कांग्रेस में भगदड़ मची और उनके नेता पार्टी छोड़ रहे हैं, उससे उनके चेहरे पर हवाइयां उड़ रही हैं और वे बौखलाहट में ऐसे ऊटपटांग बयान दे रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आग लगवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुरानी सरकार के भ्रष्टाचार छिपाने के लिए यह आग लगवाई गई है।

जहां आग लगी है वहां मुख्यमंत्री सचिवालय का रिकार्ड रूम है। मुख्यमंत्री से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज संबंधित कामकाज यहीं बैठकर अधिकारी करते हैं। इसके अलावा यहां राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल सहित अन्य राज्य मंत्रियों का बैठक कक्ष है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/संजीव