अंतरराष्ट्रीय वन मेले में दुर्लभ जड़ी-बूटियों के स्टॉल्स पर उमड़ी सैलानियों की भीड़

 




- अब तक 68 लाख से अधिक की हुई बिक्री

भोपाल, 20 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चल रहे अंतरराष्ट्रीय वन मेले के चौथे दिन शनिवार को प्रदेश के वनांचलों से जिला यूनियनों, प्राथमिक वनोपज समितियों और वन धन केन्द्रों द्वारा लाई गई शुद्ध जड़ी-बूटियों और उनसे निर्मित उत्पादों में लोगों की भारी रुचि देखी गई। एमएफपी पार्क की प्रदर्शनी में गुणवत्ता युक्त और नवीन उत्पादों तथा उनकी आकर्षक पैकेजिंग ने आगंतुकों को आकर्षित किया। चौथे दिन दोपहर तक 68 लाख रुपये से अधिक मूल्य की जड़ी-बूटियों, औषधियों और अन्य वन उत्पादों की बिक्री हुई।

मेले में अकाष्ठीय वनोपज से सामुदायिक विकास ‘वनों की समृद्धि को सामुदायिक जन कल्याण से जोड़ना’ विषय पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक पंकज अग्रवाल ने की। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ तथा म.प्र. राज्य लघु वनोपज संघ की प्रबंध संचालक डॉ. समिता राजोरा उपस्थित रहीं। कार्यशाला में वनों की समृद्धि, लघु वनोपजों के संवर्धन एवं संरक्षण के संबंध में उपस्थित विषय विशेषज्ञों द्वारा अपने अनुभव एवं विचार प्रस्तुत किये गये।

बूदनी स्टॉल पर लकड़ी से बने खिलौने और रसोई उपयोग की सामग्रियों की खरीदी में भी लोगों ने उत्साह दिखाया। फूड जोन में पश्चिम छिंदवाड़ा की वनभोज रसोई, अलीराजपुर का दाल-पानियां और बांधवगढ़ के व्यंजन लोगों को देर रात तक लुभाते रहे। आयुर्वेदिक चिकित्सा की बढ़ती लोकप्रियता के कारण मेले में आयोजित नि:शुल्क चिकित्सा शिविरों में आयुर्वेद चिकित्सक और पारंपरिक वैद्य लगातार लोगों को परामर्श दे रहे हैं।

शनिवार को शालेय विद्यार्थियों की चित्रकला प्रतियोगिता में 10 विद्यालयों के लगभग 260 विद्यार्थियों ने भाग लिया। अपरान्ह में बुंदेली गायन, राजस्थानी लोक नृत्य, और शाम 5:30 बजे से सरगम म्यूजिकल ग्रुप की ऑर्केस्ट्रा प्रस्तुति हुई। इसके बाद फ्लैश मॉब और वन विभाग की प्रस्तुति ‘फॉरेस्ट मेलोडी’ ने सैलानियों का भरपूर मनोरंजन किया। प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को डॉ. समिता राजोरा द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए।

नि:शुल्क चिकित्सा हेतु स्थापित ओ.पी.डी. में 119 आयुर्वेदिक चिकित्सकों एवं पारंपरिक वैद्यों ने 350से अधिक लोगों को परामर्श दिया। यह सेवा मेले की अवधि में प्रतिदिन जारी रहेगी।

रविवार 21 दिसंबर के कार्यक्रम

अंतरराष्ट्रीय वन मेले में पांचवे दिन रविवार को पूर्वान्ह 10:30बजे से कच्ची हर्बल सामग्री के लिये क्रेता-विक्रेता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। प्रातः 10:30से दोपहर 2:00बजे तक विद्यार्थियों के एकल और समूह नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे। अपरान्ह 2:00से 2:30बजे तक कठपुतली शो और पंजाबी भांगड़ा, और दोपहर 2:30से सायं 4:00बजे तक ऑर्केस्ट्रा का प्रदर्शन होगा। शाम 7:00 बजे से नीरज श्रीधर (बॉम्बे वाइकिंग्स फेम) द्वारा संगीतमयी प्रस्तुतियां दी जाएंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर