मुरैना : भारी बारिश के कारण सबलगढ़ तहसील का टोंगा तालाब फूटा, 20 गांवों में खतरे का अलर्ट

 




मुरैना/भोपाल, 13 अगस्‍त (हि.स.) । मध्‍यप्रदेश में एक तरफ जहां बारिश का दौर थमता नजर आ रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश अब कहर बनती जा रही है। प्रदेश के मुरैना जिले में बारिश में बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहा है। लगातार बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं। मुरैना के सबलगढ़ तहसील का टोंगा तालाब भी भारी बारिश के कारण फूट गया। जिससे कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात हाे गए हैं।

दरअसल, मुरैना जिले के सबलगढ़ में मंगलवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे टोंगा तालाब फूट गया। इसका पानी 4 गांवों- कुतघान का पुरा, कोरी का पुरा, पासौन और देवपुर में भर गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि 20 गांवों में खतरे का अलर्ट जारी किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि 135 साल पुराने इस तालाब में सोमवार शाम करीब 4 बजे मिट्टी बहने से छेद हुआ था। यह मंगलवार सुबह 5 बजे तक 15 इंच तक बढ़ गया। सोमवार को ही एक्शन लिया जाता तो ऐसे हालात नहीं बनते।

वहीं, जल संसाधन विभाग के चीफ एक्जीक्यूटिव इंजीनियर दिनेश रत्नाकर ने कहा कि सोमवार दोपहर 12 बजे ही तालाब का निरीक्षण किया गया था। ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे तालाब के फूटने की आशंका हो। चूहों के बिल बनाने की वजह से हादसा हुआ है। ग्रामीणों ने इससे पहले ऐसी कोई भी शिकायत नहीं की थी। उन्होंने कहा कि प्रभावित गांवों के किसी भी मकान में पानी नहीं भरा है। जनहानि-पशुहानि की कोई सूचना नहीं मिली है। फिलहाल तालाब से पानी निकलने का सुरक्षित रास्ता बना दिया गया है। हालात कंट्रोल में हैं।

कलेक्टर अंकित अस्थाना और जल संसाधन विभाग के अधिकारी प्रभावित गांवों को दौरा कर रहे हैं। इन गांवों से पानी की निकासी की व्यवस्था की जा रही है। एसडीईआरएफ की टीम को भी सूचना दी गई है। बताया गया कि जल संसाधन विभाग की टीम ने दो-तीन जगह नालियां बनाकर टोंगा तालाब से पानी निकालने की कोशिश की थी ताकि इसे फूटने से रोका जा सके। बांध करीब 80 प्रतिशत भरा हुआ था। इसके दायरे में आने वाले गांवों में मुनादी से सूचना दी गई है ताकि लोग जरूरत पड़ते ही सुरक्षित जगहों पर पहुंच जाएं।

टोंगा तालाब की भराव क्षमता 1.93 एमसीयू है। सोमवार शाम तालाब में मिट्टी बहने से छेद हुआ, जो मंगलवार सुबह 15 इंच तक बढ़ गया। तालाब का पानी तेजी से बाहर आ रहा है, जिससे करीब 20 गांवों को खतरा है। तहसीलदार भारतेंदु यादव ने बताया कि आसपास के सभी गांवों में अलर्ट कर दिया गया है। बता दें कि टोंगा तालाब 135 साल पुराना है। इससे करीब 25 गांवों में सिंचाई होती है।

हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत / राजू विश्वकर्मा