निष्ठा के प्रकटीकरण से कार्यकर्ता में आता है निखार: नरेन्द्र सिंह
मुरैना आगमन पर सम्मान समारोह में मप्र विधानसभा अध्यक्ष ने कहा
मुरैना, 30 दिसम्बर (हि.स.)। भाजपा जैसे राजनीतिक दल का कार्यकर्ता होना बड़ी बात है। कार्यकर्ताओं में निखार के लिए निष्ठा का प्रकटीकरण अत्यंत जरूरी है। प्रतिकूल परिस्थितियों में भी जब कार्यकर्ता पूर्ण निष्ठा के साथ पार्टी के प्रति समर्पित भाव से काम करता है तो कार्यकर्ता के अंदर व्यक्तित्व और कृतित्व का निर्माण होता है। व्यक्तित्व और कृतित्व के निर्माण से ही इस धरती पर नरेन्द्र मोदी जैसे लोग पैदा होते हैं। यह बातें मप्र विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहीं।
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर शनिवार को अल्प प्रवास के दौरान सम्मान समारोह में भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन कर रहे थे। इस सम्मान समारोह का आयोजन एमएस रोड स्थित वासुदेव गार्डन में किया गया। समारोह में मप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना, विधायक सरला रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. योगेशपाल गुप्ता, पूर्व मंत्री मुंशीलाल, गिर्राज डण्डौतिया, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती गुर्जर, पूर्व विधायक सूबेदार सिंह रजौधा, परशुराम मुदगल, रघुराज कंषाना, श्रीवल्लभ डण्डौतिया, हमीर सिंह पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष नागेन्द्र तिवारी, केदार सिंह यादव, अनूप सिंह, गजेन्द्र परमार, जिनेश जैन मंच पर मौजूद रहे।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचण्ड जीत और सरकार के गठन के बाद प्रथम बार मुरैना पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर का कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत और सम्मान किया। सम्मान समारोह में तोमर ने कहा कि भाजपा के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी द्वारा एक देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान अर्थात जम्मू-कश्मीर में परमिट व्यवस्था के विरुद्ध आंदोलन का आगाज किया गया था। कश्मीर की जेल में उनकी मौत के बाद तत्कालीन पं. नेहरू सरकार को परमिट व्यवस्था को बंद करना पड़ा था। जिसके बाद धारा-370 को हटाने का संघर्ष पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार ने 2019 में कश्मीर से धारा-370 को हटाकर खत्म कर दिया है। तोमर ने कहा कि भगवान राम के मंदिर के निर्माण को लेकर 500 साल से संघर्ष चल रहा था। मंदिर निर्माण के इस संघर्ष में भाजपा भी सहभागी रही। 22 जनवरी के बाद देश और दुनिया के लोगों को प्रभु राम के दर्शनों का सौभाग्य मिलने वाला है।
तोमर ने कहा कि कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने सदैव मैदान में रहकर कार्य किया, विधानसभा अध्यक्ष का पद उनकी कार्यशैली से भिन्न है। विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ अन्य जिम्मेदारियां की तरह ही करेंगे। हालांकि तोमर ने विस अध्यक्ष के पद को मर्यादा, संवैधानिक और गौरव वाला बताया।
रायरू से मुरैना तक कई जगह हुआ भव्य स्वागत: मप्र विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद प्रथम बार मुरैना पहुंचे नरेन्द्र सिंह तोमर का जिले की सीमा में रायरू से प्रवेश करने के मंच तोरण द्वार सजाकर जगह जगह पर पुष्पहार पहनाकर और पुष्पवर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/शरद