मुरैनाः तेज बारिश के साथ एक दर्जन गांवों में गिरे ओले, फसल हुई नष्ट
- सर्दी का सितम हुआ तेज, रात को छाया रहा घना कोहरा
मुरैना, 9 जनवरी (हि.स.)। जिले में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। सोमवार की रात जिले में घने कोहरे के बाद मंगलवार को सुबह सर्द हवाओं के साथ तेज बारिश शुरू रहो गई। इस दौरान कई गांवों में ओले भी गिरे। बारिश के कारण कोहरा तो खत्म हो गया, लेकिन सर्दी तेज हो गई। मौसम विशेषज्ञों के पूर्वानुमान अनुसार आज 10 मिमी से अधिक बारिश हो गई। जिसे किसान अपने लिये अमृत मान रहा है। हालांकि, कुछ किसान तेज वर्षा व ओलों से फसलों को नुकसान बता रहे है।
वर्षा के साथ जिले के रामपुर घाटी क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव में ओलावृष्टि हुई है। सूचना मिलते ही प्रशासन का दल व जनप्रतिनिधि गांव में पहुंच गये हैं। जन प्रतिनिधियों ने ओलावृष्टि को प्रकृति के द्वारा किसान के साथ धोखा बताया है। नुकसान का जायजा राजस्व अधिकारियों द्वारा लिया जा रहा है।
गौरतलब है कि जिले में विगत 8 दिवस से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुये। दो दिन निकली हल्की धूप का परिणाम घने कोहरे के रूप में आया। सोमवार रात 10 बजे जिले से गुजर रहे हाइवे सहित स्थानीय मार्गों व गली मोहल्लों तक घने कोहरे के कारण विजुविलटी 10 से 20 मीटर तक रह गई थी। इस कारण सम्पूर्ण बाजार सहित स्टेशन, बस स्टेण्ड तथा जिला चिकित्सालय के बाहर की दुकानें बंद हो गई थीं। सडक़ें कोहरे के कारण सुनसान हो गई। वहीं, मंगलवार सुबह उत्तर से दक्षिण की ओर 6 से 8 किलोमीटर की रफ्तार से चलीं हवाओं का प्रभाव कोहरा हटाने के साथ सर्दी को और तेज करने में देखा गया।
तेज बारिश व ओलावृष्टि के कारण बढ़ी सर्दी से बचाव के लिये लोग अलाव का सहारा लिये हुये हैं। सर्दी से बचने के लिये शरीर को गर्म रखने हेतु घर से बाहर निकले लोग चाय का सहारा ले रहे थे। चाय की दुकानों पर सबलगढ़, कैलारस, जौरा, अम्बाह, पोरसा व मुरैना में अत्यधिक लोग एकत्रित देखे गये। सर्दी के कहर से शहर में आने वाले लोग परेशान दिखाई दिये।
जिले की जौरा तहसील के घूघस गांव से इलाज के लिये अपने पिता को मुरैना शहर में लाये निहाल सिंह पटेल ने बताया कि कुछ दिनों से सर्दी बहुत तेज है अलाव के सहारे सर्दी से बचने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा आज रूक-रूक कर हो रही बारिश के बीच जिले के रामपुर घाटी क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में हुई ओलावृष्टि से फसलें अत्यधिक प्रभावित हुई है। सरसों की फसल में अधिक नुकसान देखा गया है। किसानों से ओलावृष्टि की सूचना मिलते ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनवारीलाल धाकड़ ने गांव का भ्रमण कर फसल नुकसान पर दुख व्यक्त किया है। धाकड़ ने कहा कि फसल के अलावा किसान की आय का कोई साधन नहीं है।
हालांकि, प्रशासन नुकसान का जायजा लेकर सहयोग कर रहा है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र मुरैना के एशोसियेट डायरेक्टर डा. संदीप सिंह तोमर ने बताया कि सुबह से आसमान पर छाये घने बादलों के कारण विगत दिवस की अपेक्षा आज सुबह का तापमान 1 डिग्री बढक़र 9.5 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं उच्चतम तापमान भी बढ़ गया है। वर्षा को किसानों के लिये अत्यंत लाभकारी बताते हुये कहा कि आगामी दो दिवस के दौरान भी सर्दी से राहत मिलने की संभावनाऐं दिखाई नहीं दे रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र / मुकेश/नेहा