मुरैना: लगातार बारिश से खुले पगारा, कोतवाल व पिलुआ बांध के गेट
- तीनों बांधें से छोड़ा जा रहा हजारों क्यूसेक पानी
मुरैना, 18 सितम्बर (हि.स.)। क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से जिले के तीनों बांधों के गेट फिर खुल गए हैं। पगारा सहित कोतवाल व पिलुआ बांधों के गेट बुधवार को खुल गए। इन तीनों बांधों से लगभग पच्चीस हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उधर दूसरी बार बांधों के गेट खुलने तथा पानी छोड़े जाने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों में दहशत है।
8 दिन में दूसरी बार पगारा डैम के सभी ऑटोमेटिक 6 गेट खुलने से 10 हजार से अधिक क्यूसेक पानी भी छोड़ गया है। 17 सितंबर की शाम से हो रही क्षेत्र में लगातार बरसात के चलते पगारा बांध में रात भर जल स्तर बढ़ता गया। 18 सितंबर की दोपहर में जल स्तर पगारा बांध की क्षमता 654 फीट को पार गया। जिस वजह से सभी आधा दर्जन ऑटोमेटिक गेट खुल गए। सिंचाई विभाग के कार्यपालन यंत्री राहुल यादव के अनुसार शाम 6 बजे तक पगारा बांध का जलस्तर 655.5 फिट था, जिससे सभी 6 ऑटोमेटिक गेट खुले हुए थे। क्षेत्र में हो रही बरसात से पगारा बांध का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है । जिसे देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों एवं जल संसाधन विभाग द्वारा आसपास के 28 गांव के सभी ग्रामीणों को सतर्क भी कर दिया है तथा उनसे कहा गया है कि पानी के तेज बहाव से दूर रहें। गौरतलब है कि 8 दिन में दूसरी बार जमकर हो रही बारिश से पगारा बांध के सभी 6 ऑटोमेटिक गेट खुल गए हैं। 10 सितंबर की रात को भी सभी 6 ऑटोमेटिक गेट खुल गए थे।
कोतवाल व पिलुआ के ऑटोमेटिक गेट खुले: उपरी क्षेत्रों में हो रही बारिश की वजह कोतवाल व पिलुआ बांध के ऑटोमेटिक गेट खुल गए हैं। कोतवाल के तीन गेट खुल गए हैं जिनमें से तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। कोतवाल बांध की क्षमता 57.45 क्यूमेक्स है। वहीं पिलुआ डेम के आधा दर्जन गेट खुल गए हैं। पिलुआ से इस समय दस हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पिलुआ की क्षमता 16.93 क्यूमेक्स है। सिंचाई विभाग के सहायक यंत्री एआर यादव का कहना है कि अगर बारिश का दौर थम गया तब भी दो दिन गेट बंद होने में लगेंगे। क्यों कि पगारा से छोड़ा गया पानी 22 घंटे में पिलुआ व कोतवाल में आ जाता है। वहीं इसे पुन: खाली होने में भी लगभग इतना ही समय लगता है। यही वजह है कि दोनों बांधों के गेट बंद होने में करीब दो दिन लग जाऐंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / शरद शर्मा