मुरैना: जिला चिकित्सालय मरीज रेफर करने पर चिकित्सक निलंबित

 


मुरैना, 04 अप्रैल (हि.स.)। ग्रीष्मकालीन मौसम को ध्यान में रखते हुये स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कर्मचारी अपने-अपने हेडक्वाटर पर रहना सुनिश्चित करें। किसी भी क्षेत्र से यह शिकायत नहीं मिलना चाहिये, कि स्वास्थ्य संबंधी कर्मचारी अपने मुख्यालय पर उपलब्ध नहीं है। यह निर्देश जिलाधीश अंकित अस्थाना ने गुरुवार को बैठक के दौरान स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी प्रदीप राय, समस्त बीएमओ, सीडीपीओ,चिकित्सक, स्त्री रोग विशेषज्ञ, मैदानी स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।

जिलाधीश अंकित अस्थाना ने बैठक में बताया कि अक्सर पोरसा और सबलगढ़ से सीजर ऑपरेशन के मरीजों को सीधे जिला चिकित्सालय रैफर किया जा रहा है, इस प्रकार की शिकायतें लगातार मुझे मिल रहीं हैं। इस पर स्त्री रोग विशेषज्ञ पोरसा डॉ. प्रणव प्रकाश शर्मा और सबलगढ़ की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा राजौरिया वस्तुस्थिति से अवगत करायें। बैठक में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रणव प्रकाश शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा सप्ताह में एक दिन ऑपरेशन किये जाते हैं, जबकि सबलगढ़ की स्त्री रोग विशेषज्ञ ने इस पर कोई जबाव नहीं दिया। जिलाधीश ने नाराजगी व्यक्त करते हुये डॉ. प्रणव प्रकाश शर्मा केे खिलाफ निलंबित करने का प्रस्ताव विभाग को भेजने के निर्देश दिए। जबकि सबलगढ़ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा राजौरिया के खिलाफ असंतोष व्यक्त करते हुये उन्हें चेतावनी देते हुये कहा कि कार्य में सुधार करके रिपोर्ट भेजें, अन्यथा सीधे कार्यवाही की जायेगी।

जिलाधीश अंकित अस्थाना ने महिला बाल विकास विभाग के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिये कि लगातार फील्ड में रहे, एनआरसी केन्द्र पूरी क्षमता के साथ चलें, निरीक्षण के दौरान एनआरसी केन्द्र सभी भरे हुये पाये जाने चाहिये। यह महिला बाल विकास विभाग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी और मैदानी महिला बाल विकास विभाग कॉर्डिनेशन के साथ कार्य करें, शिकायत मिली तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद/मुकेश