ग्वालियरः 'समाधान आपके द्वार' के तहत जिले में डेढ़ लाख से ज्यादा प्रकरणों का निराकरण
ग्वालियर, 24 फरवरी (हि.स.)। समाधान एवं त्वरित न्याय की ओर बढ़ते कदम के ध्येय वाक्य को केन्द्र में रखकर जिले में शनिवार को “समाधान आपके द्वार” के तहत वृहद स्तर पर शिविरों का आयोजन हुआ। इन शिविरों में आपसी सुलह समझौते के आधार पर डेढ़ लाख से अधिक प्रकरणों का समाधान किया गया।
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर एवं उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति ग्वालियर के को-चेयरमेन व प्रशासनिक न्यायाधिपति रोहित आर्या के निर्देशानुसार यह शिविर लगाए गए। प्रधान प्रधान जिला न्यायाधीश पी सी गुप्ता के मार्गदर्शन और कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय केएस बारिया एवं वन मंडलाधिकारी व महाप्रबंधक विद्युत वितरण कंपनी के समन्वय से शिविरों के आयोजन की व्यापक तैयारियाँ की गई थीं। जिसके सुखद परिणाम सामने आए हैं।
जिला विधिक सहायता अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि “समाधान आपके द्वार” के तहत आयोजित हुए पाँचवे चरण के शिविरों में जिले में कुल मिलाकर एक लाख 50 हजार से ज्यादा मामलों का निराकरण किया गया। जिसमें राजस्व के 28 हजार 272, पुलिस के 46 हजार 995, नगर निगम के 53 हजार 343, विद्युत के 12 हजार 500, परिवार न्यायालयों के 565, वन विभाग के 416 एवं अन्य न्यायालयों में निराकृत लगभग 1500 लंबित प्ररण शामिल हैं। इन प्रकरणों का निराकरण आपसी सुलह सहमति से कराया गया। साथ ही लगभग 17 करोड़ की राशि वसूल कराई गई। इन शिविरों के माध्यम से जिले के लगभग 2 लाख से अधिक व्यक्तियों को सीधे तौर पर लाभ मिला है।
एक-दूसरे को फूल-मालाएँ पहनाकर दूर किए गिले-शिकवे
रास्ते को लेकर देवीसिंह व भोलाराम के बीच लम्बे अरसे से विवाद चला आ रहा था। यहाँ तक कि एक दूसरे के बीच बोल-चाल भी बंद थी। नौबत मुकदमेबाजी तक पहुँच गई। “समाधान आपके द्वार” योजना के तहत लगे शिविर में इन दोनों का यह विवाद सौहाद्रपूर्ण वातावरण में हल हो गया।
भितरवार तहसील के अंतर्गत ग्राम जौरा निवासी देवीसिंह जाटव और भोलाराम शर्मा के बीच रास्ते को लेकर अकसर मुँहवाद होता रहता था। देवीसिंह का कहना था कि भोलाराम ने वर्षों पुराने रास्ते को कूड़ा-करकट डालकर बंद कर दिया है। विवाद इतना बढ़ा कि एक दूसरे के परिवार के बीच बातचीत भी बंद हो गई। मामला न्यायालय की दहलीज पर पहुँचने जा रहा था। इसी बीच शनिवार को “समाधान आपके द्वार” के तहत ग्राम जौरा में भी पाँचवे चरण का शिविर लगाया गया। भितरवार के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी डीएन सिंह को जब इस विवाद का पता चला तो उन्होंने दोनों पक्षों को बुलाकर विवाद बढ़ने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया।
अनुविभागीय राजस्व अधिकारी द्वारा दी गई समझाइश ने दोनों पक्षों पर गहरा असर किया और वे समझौते को राजी हो गए। शिविर में देवीसिंह व भोलाराम ने न केवल समझौता किया बल्कि गले मिलकर एक दूसरे ने आपसी गिले-शिकवे दूर किए। साथ ही एक दूसरे को फूल-मालाएँ भी पहनाईं।
खेत की मेड़ को लेकर अब कभी नहीं झगडेंगे सत्यप्रकाश व हल्लूराम
खेत की मेड़ के विवाद ने भितरवार निवासी सत्यप्रकाश और हल्लूराम के दिलों के बीच लकीर खींच दी थी। आए दिन इस मेड़ को लेकर आए दिन होने वाली आपसी बहस इस विवाद को बढ़ाए जा रही थी। “समाधान आपके द्वार” ने इस विवाद को और आगे बढ़ने से न केवल रोका बल्कि सदा के लिये हल कर दिया। “समाधान आपके द्वार” के तहत गाँव में शिविर लगाने पहुँचे राजस्व विभाग के मैदानी अधिकारी-कर्मचारियों ने दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया तो वे समझौते के लिये तैयार हो गए। मौके पर ही पंचनामा बनाकर दोनों पक्षों ने समझौता किया और कसम खाई कि आगे से हम कोई झगड़ा नहीं करेंगे। हमारा विवाद अब हमेशा के लिये निपट गया है। इस विवाद के निराकरण में राजस्व निरीक्षक व पटवारी ने महती भूमिका निभाई।
कलेक्टर ने किया शिविर का निरीक्षण, हितग्राहियों से की चर्चा
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने समाधान आपके द्वार के तहत आयोजित किया जा रहे शिविर का निरीक्षण किया तथा हितग्राहियों से चर्चा कर उन्हें उनकी समस्या का निराकरण होने पर बधाई दी। उन्होंने मोती महल स्थित जॉन कार्यालय पर समाधान आपके द्वार शिविर का निरीक्षण कर जिन हितग्राहियों की समस्याओं का निराकरण किया गया, उनसे चर्चा की तथा विद्यार्थियों से भी चर्चा की और उन्हें बताया कि किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए शॉर्टकट नहीं होता एक योजना बनाकर तैयारी करें तो उन्हें सफलता निश्चित मिलेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश