इंदौर के चहुमुखी विकास के लिए मंत्री सिलावट ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
इंदौर, 8 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में रविवार को इंदौर शहर के विकास संबंधी बैठक हुई। बैठक में इंदौर के चहुमुखी विकास के संबंध में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को इंदौर शहर के विकास संबंधी विभिन्न सुझाव दिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि आगामी सिंहस्थ महापर्व 2028 को दृष्टिगत रखते हुए इंदौर शहर में वर्तमान में निर्माणाधीन महत्वपूर्ण विकास कार्य एवं परियोजनाएं जैसे मेट्रो ट्रेन, मेजर रोड़, ब्रिज, आरओबी, फ्लायओवर, बी.आर.टी.एस. पर प्रस्तावित एलीवेटेड रोड़ एनएचएआई की रोड एवं फ्लायओवर/ब्रिज, आदि को समय-सीमा निर्धारित कर पूर्ण किये जाने हेतु विशेष कार्ययोजना बनाई जाए तथा उसकी साप्ताहिक अथवा मासिक रूप से नियमित समीक्षा की जाए। उद्यानिकी एवं फ्लॉरिकल्चर प्रोजेक्ट के लिए पृथक से कार्ययोजना बनाई जाए। रालामण्डल अभ्यारण्य एवं नेहरू स्मृति वन को पर्यटन की दृष्टि से नेशनल पार्क के रूप में विकसित किया जाए।
मंत्री सिलावट ने कहा कि इंदौर जिले के मंदिर, अन्य धार्मिक स्थल तथा ऐतिहासिक धरोहरों का रखरखाव एवं विकास की योजना बनाई जाए। वर्तमान नेहरू स्टेडियम में खेल सुविधाओं का विस्तार किया जाने के साथ ही शहर की बढती आबादी एवं भौगोलिक क्षेत्र को दृष्टिगत रखते हुए एक नवीन सर्वसुविधायुक्त स्टेडियम शहर के अन्य क्षेत्र में विकसित किया जाए। जिस प्रकार स्वच्छता में इंदौर शहर ने पूरे देश में अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है, उसे चिर स्थाई बनाए रखने हेतु विशेष कार्ययोजना बनाई जाए। पश्चिमी रिंग रोड के अन्तर्गत आने वाले सांवेर के 29 गांवों के किसानों की अधिगृहित की जाने वाली भूमि का मुआवजा दोगुना दिया जाए।
उन्होंने सुझाव दिया कि इंदौर शहर में सुगम एवं सुचारू यातायात व्यवस्था के लिए प्रमुख सड़कों पर इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मेनेजमेंट सिस्टम, सी.सी.टी.वी. कैमरे, पर्याप्त पुलिस बल एवं अन्य आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, लोक परिवहन की संख्या बढाई जाने एवं लोक परिवहन को अधिक सुगम बनाने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाए, पार्किंग स्थलों से अवैध कब्जे हटाए जाकर इनका 100 प्रतिशत उपयोग वाहन पार्किंग हेतु सुनिश्चित किया जाए। मल्टीलेवल पार्किंग बनाए जाए एवं अवैध पार्किंग करने वालों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही की जाए। सर्विस रोड का उन्नयन किया जाए।
मंत्री सिलावट ने सहकारिता विभाग से शुगर मिल के मजदूरों को ब्याज एवं मजदूरी का भुगतान लगभग 35 करोड रुपये दिलवाये जाने, सहकारिता विभाग से उद्योग विभाग को जमीन हस्तांतरित करवाने पर मुख्यमंत्री को बधाई दी तथा सुझाव दिया कि बरलाई जागीर में अहिल्या गारमेंट सिटी की स्थापना होने पर आर्थिक गतिविधि बढेगी तथा क्षेत्र का विकास होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। बरलाई जागीर के बायपास पर ऐसे स्थान पर स्थित है जहां से चारों ओर के मुख्य मार्ग मुम्बई, आगरा, दिल्ली तथा भोपाल, एवं उज्जैन-जावरा होते हुए राजस्थान राज्य तक कनेक्टीविटी मिलेगी।
एमवाय अस्पताल को आदर्श अस्पताल में रूप में विकसित किया जाए
मुख्यमंत्री को मंत्री सिलावट ने बताया कि वर्तमान में एमवाय हास्पीटल में प्रतिदिन लगभग 5000 मरीज ओपीडी में, 1000 से अधिक आईपीडी तथा 500 से अधिक मरीज इमरजेंसी में उपचार हेतु आते है तथा प्रतिदिन 200 से अधिक आपरेशन किये जाते हैं तथा 1000 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं, इसलिए एमवाय अस्पताल के लिए 1000 बिस्तर की नई बिल्डिंग की अत्यंत आवश्यकता है। आदर्श हास्पीटल की सुविधा मिलने से मरीजों को देश के अन्य बडे शहरों में इलाज के लिए नहीं जाना पडेगा। कैंसर हास्पीटल अच्छी गुणवत्ता के साथ जल्द बनाये जाये साथ ही उसमें सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, हेडनेक सर्जरी और स्केन आदि की सुविधा भी मिले। लगभग 400 बेड का ट्रामा सेंटर स्थापित हो। सिटी एमआरआई तथा उच्चतम जांच की सुविधा भी मिले। बच्चों के इलाज के लिए चाचा नेहरू हास्पीटल का विस्तार हो। किडनी के मरीजों के लिए कम से कम 50 डायलेसिस यूनिट स्थापित हो। सभी आपरेशन थियेटर माडयूलर हो। डॉक्टर्स और अन्य स्टाफ के लिए रेसीडेंशियल कॉलोनी का निर्माण हो ताकि इमरजेंसी के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टर तुरंत मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध हो सके।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर