इंदौरः दूरस्थ अंचलों में ग्रामीणों के निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण के लिए लगेंगे मेगा हेल्थ कैम्प

 

- इंदौर के विशेषज्ञ चिकित्सक पहुंचकर मरीजों का करेंगे नि:शुल्क उपचार

इन्दौर, 10 अक्टूबर (हि.स.)। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने की मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की परिकल्पना के तहत संभागायुक्त दीपक सिंह के मार्गदर्शन में इंदौर संभाग के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में मेगा हेल्थ कैम्प का आयोजन होगा। हेल्थ कैम्प की श्रृंखला के तहत द्वितीय चरण अंतर्गत मेगा हेल्थ कैम्प का आयोजन संभाग के विभिन्न जिलों के ग्रामीण अंचल में किया जायेगा। उक्त कैम्प आयोजन की तारीखे तय हो गई हैं। इन हेल्थ कैम्प में दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को विभिन्न बीमारियों की स्वास्थ्य जांच, चिकित्सकीय परामर्श, अत्याधुनिक मशीनों से जांच एवं बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएगी।

जनसम्पर्क अधिकारी मनीष गुप्ता ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि मेगा कैम्प लगाने का सिलसिला 19 अक्टूबर को इंदौर के कम्‍पेल से शुरू होगा। तय कार्यक्रम के अनुसार धार जिले के तिरला में 20 अक्टूबर को, बडवानी जिले के राजपुर में 09 नवम्बर को, बुरहानपुर जिले के धूलकोट में 10 नवम्बर को, खरगोन जिले के झिरन्या में 16 नवम्बर को, खंडवा जिले के औंकारेश्वर में 17 नवम्बर को, अलीराजपुर जिले के जोबट में 23 नवम्बर को, झाबुआ जिले के रानापुर में 24 नवम्बर, इंदौर जिले के देपालपुर में 30 नवम्बर को, धार ‍जिले के डही में 01 दिसम्बर को हेल्थ कैम्प का आयोजन होंगा। इस मेगा हैल्थ कैम्प अभियान का 08 दिसम्बर को अलीराजपुर के कठ्ठीवाडा में समापन होगा।

कैम्प में मरीजों के पंजीयन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था भी रहेगी। साथ ही पंजीयन के लिए पर्याप्त स्टॉल भी रहेंगे। बताया गया कि चिन्हित मरीजों का वैज्ञानिक रूप से डाटाबेस तैयार कर उनकी लगातार मॉनिटरिंग और फॉलोअप किया जायेगा। इसके लिए एक विशेष पोर्टल एवं एप भी तैयार किया जा रहा है। इसमें मरीज और उनकी बीमारी तथा उसे उपलब्ध उपचार की जानकारी रहेगी। मरीजों को कैम्प तक लाने ले जाने की व्यवस्था की जायेगी।

इन मेगा हेल्थ कैम्प के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए हैल्थ कैम्प में केंसर, सिकलसेल, टीबी, लेप्रोसी, सिलोकोसिस, दंत, नेत्र सहित अन्य गंभीर बीमारियों से प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा। विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य जांच भी होगी। दवाओं का नि:शुल्क वितरण भी किया जायेगा। शिविर में चिन्हांकित विभिन्न बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों के इलाज, ऑपरेशन आदि की आगे की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जायेगी।

इन कैम्पों में नंदकुमार सिंह चौहान शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय खंडवा, एमजीएम शासकीय महाविद्यालय इंदौर सहित ‍विभिन्न निजी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने तथा शिविर में चिन्हांकित गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों के इलाज हेतु आगे आकर सहयोग का आह्वान किया गया है। प्रत्येक जिले में कैम्प आयोजन के पश्चात मरीजों का फालोअप अनिवार्य से किया जाए। कैम्पों में स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ दिव्यांगजनों के मेडिकल प्रमाण पत्र, सामाजिक न्याय विभाग की योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किये जाए। शिविर में आयुर्वेद विभाग द्वारा भी अपनी सेवाएं दी जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर