भोपालः स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास स्थायी समिति की बैठक संपन्न

 




भोपाल, 9 फरवरी (हि.स.)। स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास स्थायी समिति की बैठक का आयोजन शुक्रवार को जिला पंचायत सभाकक्ष भोपाल में किया गया। चंद्रेश राजपूत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में समिति सदस्य, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल जीवन मिशन,आयुष विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य महिला एवं बाल विकास स्थाई समिति के पदेन सचिव एवं मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि बैठक में स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा की गई।

बैठक में भोपाल के फंदा एवं बैरसिया विकासखंड में संचालित स्वास्थ संस्थाओं एवं स्वास्थ्य सूचकांकों के संबंध में अवगत करवाया गया। इस दौरान 28 फरवरी तक संचालित दस्तक अभियान की जानकारी देते हुए समिति सदस्यों से स्वास्थ्य एवं पोषण से जुड़े इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में सहयोग का आग्रह किया गया। सदस्यों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत दी जा रही सेवाओं के बारे में बताया गया।

कार्यक्रम के अंतर्गत इस वर्ष जन्मजात हृदय रोग के 65 बच्चों की नि:शुल्क सर्जरी की गई है। जन्मजात मोतियाबिंद के 15, क्लेफ्ट लिप एवं क्लेफ्ट पेलेट के 7, क्लबफुट के 23 बच्चों की सर्जरी नि:शुल्क की जा चुकी है। बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य परामर्श की सुविधा भी दी जा रही है। इसके साथ ही स्वास्थ्य संस्थाओं में ट्रिपल टेस्टिंग की जा रही है । प्रदेश में पहली बार भोपाल जिले द्वारा यह सुविधाएं देने की शुरुआत की गई है। वयस्क बीसीजी टीकाकरण के बारे में जानकारी देते हुए समिति सदस्यों से आग्रह किया गया कि वे स्थानीय स्तर पर लोगों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करें।

बैठक में मातृ स्वास्थ्य, मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना, जननी सुरक्षा योजना ,परिवार कल्याण कार्यक्रम, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, कुष्ठ, निक्षय पोषण योजना, पोषण पुनर्वास केंद्रों के बारे में विस्तारपूर्वक बतलाया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण आहार, प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, लाड़ली बहना योजना, आंगनवाड़ियों के संचालन की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई।

कलेक्टर ने की महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा

वहीं, कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने शुक्रवार को महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत लक्ष्य के विरुद्ध प्राप्त उपलब्धि की स्थिति में सुधार लाकर समय सीमा बैठक में समीक्षा के लिए रखा जाए। पोषण पुनर्वास केंद्रों में बेड ऑक्युपेंसी क्षमता वर्तमान से बढ़ाकर शत-प्रतिशत की जाए। आंगनवाड़ी केन्द्रों में वितरित किये जा रहे नाश्ते व भोजन के लिए जिला स्तर से गुणवत्ता परीक्षण के लिए दल बनाकर कार्रवाई की जाए। सभी बाल कल्याण संस्थानों में सेफ्टी ऑडिट किया जाए। साथ ही टीम द्वारा भ्रमण कर प्रत्येक संस्था में व्यवस्थाओं का निरीक्षण एवं उनमें आवश्यकतानुसार सुधार किया जाए। कलेक्टर द्वारा भी संस्थानों में भ्रमण कर निरीक्षण किए जाने की इच्छा व्यक्त की गई है। निर्माणाधीन एवं अप्रारंभ आंगनबाड़ी भवनों की निर्माण एजेंसियों के साथ निरंतर समीक्षा की जाए एवं उन्हें यथाशीघ्र पूर्ण किया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश