इंदौरः सभी दूध डेयरियों में दूध की गुणवत्ता चेक करने की मशीनें लगाना अनिवार्य

 


अमानक खाद्य पदार्थों का निर्माण तथा विक्रय करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगाः कलेक्टर आशीष सिंह

- आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के साथ ही होगी सख्त कार्यवाही

इंदौर, 9 फरवरी (हि.स.)। आमजन को सुरक्षित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु जिला प्रशासन कटिबद्ध है। कलेक्टर आशीष सिंह ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए सख्त हिदायत दी है कि मानव जीवन के लिये असुरक्षित तथा अमानक खाद्य पदार्थों का निर्माण और विक्रय करने वालों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ा जाएगा। उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही करते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज किये जाएंगे। मिलावट से मुक्ति अभियान को गति देकर और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। इंदौर में दुग्ध विक्रय करने वाली सभी डेयरियों में दूध की गुणवत्ता (फेट) चेक करने की मशीनें लगाना अनिवार्य होगा। इस संबंध में धारा-144 के अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किये जा रहे हैं।

कलेक्टर आशीष सिंह की पहल पर मिलावट संबंधी सूचनाएं प्राप्त करने के लिये व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। इस हेल्पलाइन व्हाट्सएप नंबर/एप में कोई भी नागरिक मिलावट संबंधी सूचनाएं दे सकते हैं।

कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को यहां खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत गठित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक हुई। बैठक में अपर कलेक्टर गौरव बेनल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी और समिति सदस्य मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने इंदौर जिले में मिलावट से मुक्ति अभियान की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि इस अभियान को गति देकर और अधिक प्रभावी बनाया जाए। अभियान समग्र रूप से हो, इसके लिये कैलेण्डर बनाकर सेम्पल लेने की कार्यवाही की जाए। हर तरह के खाद्य पदार्थों की जाँच हो। सभी तरह के खाद्य पदार्थ जाँच के दायरे में लिये जाएं। असुरक्षित तथा अमानक खाद्य पदार्थ बनाने वालों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश