इंदौरः खाद्य सुरक्षा प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, कलर मिले होने की आशंका में 750 किलो सौंफ जब्त
- विभिन्न खाद्य पदार्थों के लिए गए नमूने
इंदौर, 10 अक्टूबर (हि.स.)। आगामी त्योहारों को दृष्टिगत रखते हुए इंदौर जिले में आमजन को सुरक्षित, स्वास्थ्यप्रद एवं गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके एवं अवमानक, असुरक्षित एवं अस्वच्छकर परिस्थितियों में खाद्य पदार्थों का निर्माण, विक्रय एवं परिवहन न हो, इसके लिए गठित दलों द्वारा खाद्य पदार्थों जैसे दूध एवं दूध से बने खाद्य पदार्थ, मावा, घी, मिठाईयाँ, मसाले, नमकीन, तेल, कन्फेक्शनरी की सतत रूप से सघन जांच की जा रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को एक दल द्वारा नेहरू नगर क्षेत्र में भैरवनाथ गुजराती कड़ी फाफड़ा से मावा कतली का एक नमूना, श्री चारभुजा स्वीट्स से मावा पेड़ा, मलाई बर्फी के कुल दो नमूने लिए गए।
विभाग को यह सूचना प्राप्त हुई थी कि उँझा, गुजरात से कलर वाली सौंफ बुलाई जाकर इंदौर शहर में विक्रय की जा रही है जिसके आधार पर दूसरे दल द्वारा सियागंज स्थित महालक्ष्मी ट्रेडर्स का औचक निरीक्षण किया गया तथा मौके पर खाद्य पदार्थ सौंफ जिसमें कलर मिले होने की आशंका हुई, का नमूना जांच हेतु लिया गया तथा 750 किलोग्राम सौंफ को जप्त किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत 97 हजार 500 रुपये है।
मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की सहायता से मौके पर ही की गई जांच
निरीक्षण के दौरान नेहरू नगर क्षेत्र में मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की सहायता से 10 प्रतिष्ठानों में बिक रहे खाद्य पदार्थ जैसे मिठाई, नमकीन आदि की जांच मौके पर ही की गई, जिनमें से निर्धारित स्तर के नहीं पाए गए खाद्य पदार्थों की विस्तृत जाँच हेतु नमूना कार्यवाही दल द्वारा की गई। इसके अतिरिक्त प्रतिष्ठान संचालकों को मिठाई, नमकीन आदि निर्माण में प्रयुक्त होने वाले रॉ मटेरियल एवं तैयार खाद्य पदार्थ की जाँच के तरीके भी बताए गए, ताकि वे स्वयं जाँच कर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित कर सकें।
संचालकों को दिए गए निर्देश
निरीक्षण के दौरान प्रतिष्ठान संचालकों को परिसर में उचित रूप से साफ सफाई बनाए रखने, कर्मचारियों का नियमित रूप से मेडिकल चेकअप करवाने, परिसर में कीट प्रबंधन प्रणाली का सही तरीके से पालन सुनिश्चित करने तथा खाद्य पदार्थों के उचित रखरखाव से संबंधित दिशा निर्देश दिए गए। लिए गए सभी नमूनों को जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल की ओर भेजा जायेगा, जिनकी विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्ति उपरांत अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जायेगी। खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा की जा रही कार्यवाही आगे भी सतत रूप से जारी रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर