मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर जारी, पूर्वी हिस्से में ज्यादा असर, शहडोल में पारा 1.7 डिग्री तक गिरा
- कोहरे की वजह से ट्रेनों की रफ्तार थमी
भोपाल, 31 दिसम्बर (हि.स.) । मध्य प्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड की चपेट में है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में ठंड का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। हालात ऐसे हैं कि शहडोल जिले के कल्याणपुर में न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम विभाग का कहना है कि आज बुधवार भी इसी तरह की ठंड बने रहने की संभावना है। इसी सर्द मौसम के बीच प्रदेश में न्यू ईयर का जश्न मनाया जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) की सक्रियता के चलते मध्य प्रदेश में सर्दी और तेज हो गई है। सुबह के समय घना कोहरा छाया हुआ है, वहीं कई इलाकों में शीतलहर और कोल्ड डे जैसे हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार को जेट स्ट्रीम की रफ्तार 259 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई, जिसके कारण रात के तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को भी जेट स्ट्रीम का असर बना रहेगा।
कोहरे से रेल यातायात प्रभावित
घने कोहरे के कारण दिल्ली से भोपाल, इंदौर और उज्जैन की ओर आने वाली 10 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल रही हैं। मालवा एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, सचखंड और कर्नाटक एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से पीछे हैं। छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, भोपाल, उज्जैन और इंदौर जैसे शहरों में सुबह के समय कोहरे का असर साफ नजर आया।
पूर्वी एमपी में इस सीजन की सबसे ठंडी रात
इस सर्दी के मौसम में पहली बार मध्य प्रदेश का पूर्वी हिस्सा इतनी भीषण ठंड से कांप उठा है। कल्याणपुर के अलावा छतरपुर के नौगांव में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री, उमरिया में 3.1 डिग्री, खजुराहो में 4.4 डिग्री, राजगढ़ में 4.6 डिग्री और पचमढ़ी में 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंडला और रीवा में पारा 5 डिग्री, सतना में 5.2 डिग्री, दतिया में 5.7 डिग्री और मलाजखंड में 5.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री, इंदौर और ग्वालियर में 6.6 डिग्री, उज्जैन में 9.2 डिग्री और जबलपुर में 7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के करीब 30 शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे बना रहा। दतिया और खजुराहो में घने कोहरे के कारण दृश्यता 50 से 200 मीटर के बीच रही, जबकि सतना, नौगांव, रीवा, सीधी, खरगोन और मंडला में भी कोहरे का असर दर्ज किया गया, जिससे रेल संचालन प्रभावित हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत