मप्र कांग्रेस नेताओं में उभरा आपसी खींचतान, टैलेंट हंट कार्यक्रम को लेकर लेटर विवाद, मुकेश नायक का इस्तीफा
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुकेश नायक का त्यागपत्र किया अस्वीकार
भाेपाल, 27 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश कांग्रेस में इस समय सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। प्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस के नेता आपस में ही उलझ रहे हैं। कई धड़ों में बंटे नेताओं में आपसी खींचतान जारी है। इसी कड़ी में अब कांग्रेस के टैलेंट हंट कार्यक्रम को लेकर लेटर विवाद सामने आया है। गत 23 दिसंबर को मुकेश नायक ने टैलेंट हंट से जुड़ा एक आदेश जारी किया था, जिसे मध्य प्रदेश कांग्रेस कम्युनिकेशन इंचार्ज अभय तिवारी ने निरस्त कर दिया। दाेनाें नेताओं के बीच इतना विवाद बढ़ा कि मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने शनिवार काे पद से ही इस्तीफा दे दिया।
मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को भेजे इस्तीफे में लिखा- कल प्रबंध समिति की बैठक में मैंने यह आह्वान किया था कि पुराने लोगों को नए लोगों के लिए स्थान खाली करना चाहिए। मैं स्वेच्छा से अपने पद से इस्तीफा देता हूं। दो वर्ष एक बेहद मेहनती ईमानदार, सक्षम अध्यक्ष के साथ काम करने का अनुभव अच्छा रहा। मेरी अनन्य शुभकामनाएं।हालांकि मप्र कांग्रेस कमेटी ने उनके त्यागपत्र काे अस्वीकार कर दिया है। शनिवार काे ही संगठन महामंत्री संजय कामले द्वारा जारी आदेश में साफ कहा गया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर मुकेश नायक का त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया जा रहा है। पत्र में लिखा गया है – “मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी निर्देशानुसार आपके द्वारा मीडिया विभाग अध्यक्ष पद से दिए गए त्यागपत्र को अस्वीकार किया जाता है। आपसे अपेक्षा है कि आप संगठन की मजबूती हेतु पूर्ववत मीडिया विभाग अध्यक्ष के रूप में अपने दायित्वों का सक्रियता के साथ निर्वहन करेंगे।” यह आदेश संगठन महामंत्री संजय कामले ने जारी किया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल कांग्रेस में आपसी सामंजस्य की कमी के कारण एक ही काम के लिए अलग–अलग पदाधिकारी नियम और कमेटियां बना रहे है। संगठन प्रभारी महासचिव संजय कामले ने 09 दिसंबर को लेटर जारी कर टैलेंट हंट के लिए कमेटी का गठन कर दिया था। 11 सदस्यीय कमेटी में मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक का नाम नहीं था। मीडिया विभाग के प्रभारी अभय तिवारी इस लिस्ट में अध्यक्ष बनाए गए थे। इसके बाद 23 दिसंबर मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने जारी की। इसमें अभय तिवारी को संयोजक और विधायक आरिफ मसूद को सह संयोजक बनाया था। नायक ने टैलेंट हंट के लिए नेताओं को कलस्टर वार जिम्मेदारियां दी थीं। मुकेश नायक की लिस्ट पर अभय तिवारी ने पत्र जारी कर आपत्ति जताई। तिवारी ने अपने लेटर में लिखा- मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक द्वारा 23 दिसंबर को जारी आदेश सक्षम अनुमोदन और व्यावहारिक शक्ति के अभाव में निरस्त किया जाता है। टैलेंट हंट समिति किसी विभाग के अधीन नहीं अपितु मप्र कांगेस कमेटी के अधीन गठित है। इसके कार्यों का बंटवारा सक्षम प्राधिकारी द्वारा ही अनुमत है। मुकेश नायक द्वारा जारी की गई टैलेंट हंट की लिस्ट को एमपी कांग्रेस के सोशल मीडिया और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने ट्वीट कर बधाई दे दी थी। लेकिन, विवाद मचने के बाद एमपी कांग्रेस और जीतू पटवारी ने अपने ट्वीट डिलीट कर दिए।
बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में चल रही उठा पटक पर मप्र बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने निशाना साधा है। उन्हाेंने साेशल मीडिया एक्स पर पाेस्ट कर लिखा- मुकेश नायक जी के मीडिया विभाग, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में दो वर्षीय चुनौतीपूर्ण कार्यकाल के समापन पर बधाई एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएँ। आपने अपने दायित्व का निर्वहन यथाशक्ति एवं यथासंभव संतुलन और सृजनात्मकता के साथ करने का प्रयास किया। पर प्रश्न यही है— कांग्रेस में ऐसे प्रयासों को समझने और सराहने वाला कौन था?
जहाँ गुटबाजी, पट्ठावाद और परिवारवाद हावी हों, वहाँ समर्पित नेताओं का हतोत्साहित होना स्वाभाविक है। उन्हाेंने आगे कहा, यह कार्यकाल-समापन कांग्रेस में नेतृत्व के अभाव, तालमेल की कमी और भरोसे के संकट को उजागर करता है। आज कांग्रेस आंतरिक संघर्ष में उलझी है, जबकि भाजपा स्थिर नेतृत्व और संगठनात्मक अनुशासन के साथ निरंतर आगे बढ़ रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे