जबलपुरः नेत्रहीन स्कूल में छात्रावास के कमरे की छत का बड़ा हिस्सा गिरा, घटना के बाद बच्चों में दहशत
जबलपुर, 13 अगस्त (हि.स.)। जबलपुर में भेड़ाघाट रोड पर अंधमूक बाईपास के पास स्थित शासकीय नेत्रहीन स्कूल में मंगलवार को बड़ा हादसा होने से टल गया। दरअसल, यहां स्कूल के छात्रावास की छत का एक बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर गया। गनीमत रही कि घटना उस समय हुई, जब बच्चे चंद मिनट पहले ही कमरे से बाहर निकले थे। घटना के बाद बच्चों में इस कदर दहशत आई कि सभी छात्र स्कूल से बाहर निकल आए। इधर घटना को स्कूल प्रबंधन दबाने में जुटा हुआ है।
बताया जा रहा है कि जबलपुर के धनवंतरी नगर बाईपास के पास के नेत्रहीन स्कूल में करीब 100 से अधिक छात्र रहते हैं। यहां मंगलवार की सुबह लगभग साढ़े नौ बजे दिव्यांग नेत्रहीन विद्यार्थी स्कूल जाने के लिए तैयार हो रहे थे। इसी दौरान छात्रावास की दूसरी मंजिल के रूम नंबर 24 की छत का एक बड़ा हिस्सा पलंग के उपर गिरी गया। इस घटना के कुछ मिनिट पहले ही रुम के छह विद्यार्थी स्कूल जाने के लिए बाहर निकले थे। छत के गिरने की आवाज से सभी में दहशत हो गई। साथ ही स्कूल प्रबंधन भी आनन-फानन में कमरे में पहुंच गया। जिसमें पलंग पर छत का मलबा पड़ा हुआ था।
विद्यार्थियों ने कहा कि स्कूल का भवन वर्षों से जर्जर हालत में है। इसके लिए कई बार अधिकारियों से शिकायत भी जा चुकी है, लेकिन इसका कोई समाधान नहीं हुआ। इस पर अधिकारियों ने बात टालने के लिए स्कूल की दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की बात भी की है, लेकिन इस संदर्भ में कोई संज्ञान नहीं लिया गया। जिसके चलते विद्यार्थियों को जर्जर भवन में रहना मजबूरी है।
जिस फ्लोर का मलबा गिरा है, वहां पर छह छात्र रहते है। सुबह 11 बजे स्कूल लगता है, जिसके लिए विद्यार्थी तैयार हो रहे थे। कोई पूजा कर रहा तो कोई पढ़ाई करके बाहर निकला था। जिस छात्र के पलंग में मलबा गिरा था, वह थोड़ी देर पहले ही बाथरुम गया था। जोर से आवाज आई, दौड़कर रूम में गए तो छत का एक बड़ा हिस्सा पलंग पर गिरा हुआ था। इस घटना के बाद से छात्रों में इस कदर दहशत बन गई है कि अब कोई भी बिल्डिंग के अंदर रहने को तैयार नहीं। मामले को लेकर स्कूल प्राचार्य से संपर्क करने की कोशिश की गई पर बात नहीं हो पाई।
गोरखपुर एसडीएम पंकज मिश्रा ने कहा कि अभी मुझे जानकारी मिली है कि कोई जनहानि नहीं हुई है। वरिष्ठ अधिकारियों को बिल्डिंग की जर्जर स्थिति के बारे में अवगत कराया दिया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर / उम्मेद सिंह रावत