विकसित भारत संकल्प यात्रा: योजनाओं का लाभ लेने बड़ी संख्या पहुंचे नागरिक
जबलपुर, 21 दिसंबर (हि.स.)। विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत गुरुवार को गुलौआ चौक एवं कंचनपुर स्थित सिद्धेश्वर चौक में शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में केंद्र शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित हुए।
शिविरों में केंद्र शासन की योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह गये सभी पात्र हितग्राहियों से आवेदन प्राप्त किये गये। शिविरों में एलईडी युक्त प्रचार रथ से केंद्र शासन की जन कल्याण की योजनाओं का तथा नवाचारी योजनाओं से देश में हुये विकास की जानकारी उपस्थित नागरिकों को दी गई। साथ ही लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाइयों का निःशुल्क वितरण भी किया गया।
शिविर की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रिकार्डेड सन्देश का प्रसारण प्रचार रथ से किया गया। नागरिकों को भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प भी दिलाया गया। शिविर में केंद्र शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर चुके हितग्राहियों ने अपने अनुभव साझा किये। नये वर्ष का कैलेंडर एवं प्रचार साहित्य का वितरण भी इन शिविरों में किया गया। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना एवं अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना एवं सामाजिक सुरक्षा पेंशन जैसी प्रमुख योजनाओं के तहत हितग्राहियों का रजिस्ट्रेशन भी शिविरों में किया गया।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत गुलौआ चौक में अयोजित शिविर में उज्ज्वला योजना का लाभ लेने हेतु पंजीकरण कराने आए गढ़ा निवासी राकेश मिश्रा ने यात्रा को केंद्र सरकार की सराहनीय पहल बताया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से एक स्थान पर एक साथ केंद्र सरकार की अनेकों योजनाओं का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। राकेश ने यात्रा को केंद्र शासन की योजनाओं को आमजनों तक सरलता से पहुंचाने का उत्तम प्रयास बताया।
वहीं धनवंतरी नगर से गुलौआ चौक आईं मालती केटले भी विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत पंजीयन कराकर प्रसन्न चित्त दिखाई दे रही थीं। मालती ने बताया कि वह प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु पंजीयन कराने आई हैं। साथ ही उसने प्रधानमंत्री आवास योजना का फॉर्म भी भर दिया है। दरअसल अपनी व्यस्ततम दिनचर्या के कारण मालती पंजीकरण कराने के लिए शासकीय कार्यालय नहीं जा सकी थीं लेकिन विकसित भारत संकल्प यात्रा में उन्होंने एक साथ दो योजनाओं का पंजीकरण आसानी से करा लिया है।
कृषि विभाग ने किया ड्रोन से नैनो यूरिया के छिड़काव का प्रदर्शन
केंद्र शासन की योजनाओं का सभी पात्र हितग्राहियों को लाभ पहुंचाने के लिए निकाली जा रही विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान गुरुवार को शहपुरा विकासखंड के ग्राम मगरमुंहा में पहुँचने पर किसानों के समक्ष ड्रोन से फसलों पर नैनो यूरिया और कीटनाशकों के छिड़काव का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान किसान कल्याण तथा कृषि विभाग के परियोजना अधिकारी आत्मा डॉ एस के निगम ने प्रधानमंत्री प्रणाम योजना अंतर्गत प्राकृतिक खेती के महत्व और उसकी उपयोगिता के बारे में कृषकों को जानकारी दी। उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास रवि आम्रवंशी ने किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने प्रोत्साहित किया। अनुविभागीय अधिकारी कृषि डॉक्टर इंदिरा त्रिपाठी ने कृषकों को ड्रोन द्वारा तरल उर्वरक और कीटनाशक के छिड़काव के बारे जानकारी देते हुए बताया कि अत्याधुनिक ड्रोन की बाजार में कीमत लगभग सवा नौ लाख रुपये है । जबकि शासन द्वारा सामान्य वर्ग के किसानों को 40 प्रतिशत और अनुसूचित जाति-जनजाति के किसानों तथा लघु व सीमांत एवं महिला किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। इस तरह शासन की योजना अनुसार किसान लगभग 4 से 5 लाख रुपये की छुट पर ड्रोन खरीद सकता है। अनुविभागीय अधिकारी कृषि ने बताया कि ड्रोन से 2 घंटे में 20 एकड़ तक छिडकाव किया जा सकता है।
इस अवसर पर प्राकृतिक खेती एवं कृषि में उन्नत तकनीकों को अपनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संदेश को किसानों तक पहुँचाने ड्रोन से फसलों में नैनो यूरिया एवं कीटनाशकों के छिड़काव का प्रदर्शन भी किया गया। प्रदर्शन के दौरान मौजूद किसानों को बताया गया कि ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव फसल पर एक साथ अपना प्रभाव दिखाता है और फसल पुष्ट होती है । इसके साथ-साथ श्रम एवं समय की भी बचत होती है।
इस अवसर पर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी रजनीश दुबे ने मृदा स्वस्थ्य कार्ड के महत्व और उपयोगिता पर प्रकाश डाला तथा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी मेघा अग्रवाल ने कृषकों के बीच विभागीय योजनाओं की जानकारी रखी। कृषि विज्ञान केंद्र जबलपुर की वैज्ञानिक डॉक्टर अक्षिता तोमर ने उन्नत तकनीक से फसल लेने के तरीके बताये।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश