लोकसभा चुनावः प्रेक्षक कृष्णा आदित्य ने लिया ईवीएम स्ट्रांग रूम का जायजा

 






- सीसीटीव्ही से हो रही स्ट्रांग रूम की निगरानी का खासतौर पर किया निरीक्षण

ग्वालियर, 19 अप्रैल (हि.स.)। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रक्रिया पर निगरानी रखने के लिये नियुक्त सामान्य प्रेक्षक कृष्णा आदित्य ने शुक्रवार को ईवीएम स्ट्रांग रूम का जायजा लिया। साथ ही मतदान सामग्री वितरण व्यवस्था एवं मतगणना स्थल के बारे में जानकारी ली।

निर्वाचन प्रेक्षक कृष्णा आदित्य ने एमएलबी कॉलेज परिसर में स्थापित ग्वालियर जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रांग रूम का बारीकी से निरीक्षण किया। साथ ही सभी स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीव्ही कैमरे देखे और सीसीटीव्ही कैमरों के की लाईव रिकॉर्डिंग देखने के लिए स्थापित कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

ईवीएम लेबोरेटरी में मतदान दल व्यवहारिक रूप से सीख रहे मतदान की बारीकियां

ईवीएम लेबोरेटरी में पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी क्र.-1 व्यवहारिक रूप से ईवीएम से मतदान कराने की बारीकियाँ सीख रहे हैं। यहाँ भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान (आईआईटीटीएम) में मतदान दलों को द्वितीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण स्थल पर सात ईवीएम लेबोरेटरी बनाई गईं हैं। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में चुनाव पर निगरानी रखने के लिये नियुक्त सामान्य प्रेक्षक कृष्णा आदित्य ने शुक्रवार को प्रशिक्षण का जायजा लिया।

निर्वाचन प्रेक्षक कृष्णा आदित्य ने प्रशिक्षण ले रहे पीठासीन अधिकारियों एवं मतदान अधिकारियों से मतदान प्रक्रिया से संबंधित सवाल भी पूछे। पीठासीन अधिकारियों द्वारा सही जवाब देने पर उन्होंने प्रसन्नता जताई और शाबाशी देकर मतदान दलों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार भी मौजूद थीं।

गत 13 अप्रैल से शुरू हुआ मतदान दलों का द्वितीय प्रशिक्षण 22 अप्रैल तक आयोजित होगा। द्वितीय प्रशिक्षण में लगभग साढ़े पाँच हजार पीठासीन अधिकारियों एवं मतदान अधिकारी क्र.-1 को प्रशिक्षित किया जा रहा है। आईआईटीटीएम में दो पालियों में आयोजित हो रहे इस प्रशिक्षण में एक पाली में ईवीएम लेबोरेटरी के माध्यम से व्यवहारिक प्रशिक्षण और दूसरी पाली में चुनाव से संबंधित सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पीठासीन अधिकारी को मतदान केन्द्र की स्थापना, मतदान शुरू होने से पूर्व की जाने वाली घोषणा, एजेन्टो की मौजूदगी में मोकपोल, ग्रीन पेपर सील लगाना, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए रक्षोपाय, मतदान केन्द्र में और बाहरी 200 मीटर की परिधि में प्रतिबंधात्मक आदेशों के पालन आदि का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

पीठासीन अधिकारियों को समझाइश दी गई कि निर्वाचन सामग्री प्राप्त करते समय यह सुनिश्चित कर लें कि सूची के अनुसार सभी सामग्री उन्हें मिल गई है। मुख्य रूप से बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, वीवीपैट, निविदत्त मतपत्र, मतदाताओं का रजिस्टर, निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति और नामावली की अतिरिक्त प्रतियाँ, ग्रीन पेपर सील, सीलिंग वैक्स एवं अमिट स्याही महत्वपूर्ण सामग्री में शामिल है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश