दिल्ली में मध्यप्रदेश उत्सव का पहला दिनः कलापिनी कोमकली ने दी शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति
- लगातार 4 दिन होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
भोपाल. 30 अगस्त (हि.स.)। देश का राजधानी दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन में शुक्रवार से शुरू हुए ‘मध्यप्रदेश उत्सव’ की सांस्कृतिक संध्या में पहले दिन कलापिनी कोमकली ने देवास के शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी। उन्होंने राग पुरिया धनाश्री, पूर्वी थाट, रागदेश, राग मल्हार सहित निर्गुण और लोक भजनों की प्रस्तुति दी, जिसमें समूह के सदस्य रामेंद्र सिंह सोलंकी ने तबला, चेतन निगम ने हारमोनियम, कृष्ण ने मंजीरा, वर्षा और वैशाली ने वीणा पर संगत दी।
कोमकली भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्रतिभावान कलाकार हैं और प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हैं। वे कुमार गांधर्व की सुपुत्री हैं। उल्लेखनीय है कि 30 अगस्त से 2 सितंबर, 2024 के बीच आयोजित 'मध्यप्रदेश उत्सव' में प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
चार-दिवसीय मध्यप्रदेश उत्सव में दूसरे दिन सुप्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना बिंदु जुनेजा के ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति होगी। तीसरे दिन मैहर घराने की नलतरंग सहित अन्य परंपरागत वाद्य-यंत्रों के माध्यम से वाद्य वृन्द का प्रस्तुतीकरण होगा। आंचलिक कलाकारों द्वारा आखिरी दिन 2 सितम्बर को लोकगायन की प्रस्तुति होगी, जिसमे शशिकुमार पांडेय द्वारा रीवा के बघेली लोक गायन तथा आलोचना मांगरोले द्वारा खंडवा के निमाड़ी लोक गायन सम्मिलित है।
मध्यप्रदेश उत्सव से म.प्र. को जानने समझने का मिलेगा अवसर : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर दिल्ली में पहली बार वृहद स्तर पर मध्यप्रदेश उत्सव का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश भवन में मध्यप्रदेश उत्सव का रंगारंग शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक, जनजातीय विरासत, पर्यटन, कला, रहन-सहन एवं विविध व्यंजन इत्यादि की दृष्टि से समृद्ध राज्य है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश के दिल (मध्यप्रदेश) की समृद्ध, सांस्कृतिक धरोहरों से दिल्ली एवं अन्य प्रदेश के लोगों को परिचित कराने के लिये देश की राजधानी में 4 दिवसीय मध्यप्रदेश उत्सव का अनूठा आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश उत्सव के आयोजन से दिल्लीवासियों एवं अन्य राज्यों से आये पर्यटकों को देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश की समृद्धशाली विविधताओं से परिपूर्ण संस्कृति सहित अन्य पहलुओं को जानने का मौका मिलेगा। आगंतुक न सिर्फ प्रदेश की समृद्ध विरासत को जानेंगे, समझेंगे बल्कि विविधताओं से भरे मध्यप्रदेश के विभिन्न अंचलों में बनाये जाने वाले विशिष्ट व्यंजनों सहित सुपर फूड में 'श्रीअन्न' से निर्मित व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे।
म.प्र. की विरासत को प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में पुरातत्व विभाग द्वारा बेहतरीन कार्य किया गया है। विभाग प्राचीन जर्जर मंदिरों और देवस्थानों को पुनर्स्थापित करने का चुनौतीपूर्ण कार्य सफलतापूर्वक कर रहा है। उन्होंने संचालनालय पुरातत्व अभिलेखाकर एवं संग्रहालय द्वारा आयोजित ‘मध्यप्रदेश की विरासत’ प्रदर्शनी की सराहना की। मध्यप्रदेश उत्सव में लगाई गई प्रदशर्नी में एक ओर गोंड कलाकारों की चित्रकला को सम्मान और दूसरी ओर लगभग 10 हजार वर्ष पुराने भीमबैठका के शैलचित्रों से सबको अवगत कराने का अभिनव प्रयास किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी के सेल्फी पाइंट में सेल्फी ली। उन्होंने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए विजिटर बुक में लिखा कि मध्यप्रदेश-उत्सव का आयोजन बहुत बेहतर तरीके से सुयोग्य भाव से प्रदर्शित किया गया है, बधाई। कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग और अधिकारी व दर्शक भी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर