जबलपुरः जिले के ग्रामीण क्षेत्र के पांच बड़े तालाबों का होगा पुनरुत्थान
- जिला पंचायत की नवाचारी पहल सीईओ ने किया तालाबों का निरीक्षण
जबलपुर, 29 अप्रैल (हि.स.)। जिला पंचायत जबलपुर ने जिले के ग्रामीण क्षेत्र के पाँच बड़े तालाबों के पुनरुत्थान की दिशा में काम करना प्रारंभ किया है। तालाबों के पुनरुत्थान की कार्ययोजना बैंगलुरु के एक गैर सरकारी संगठन के सहयोग से तैयार की जायेगी। इस संगठन के विशेषज्ञों का मई माह के प्रथम सप्ताह में चयनित तालाबों का भ्रमण करना संभावित है।
जिला पंचायत की सीईओ जयति सिंह ने तालाबों का पुनरूत्थान कर इन्हें पुनर्जीवित करने की पहल के तहत सोमवार को तीन तालाबों का निरीक्षण किया। ये तालाब जनपद पंचायत जबलपुर की ग्राम पंचायत परासिया के ग्राम झिरी, ग्राम पंचायत मुकुनवारा के नयागांव एवं पिपरिया मेडिकल के हैं।
जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार तालाबों के पुनरुत्थान की नवाचारी पहल जिला पंचायत सीईओ ने ही की है। तालाबों को पुनर्जीवित करने की योजना के तहत चयनित तालाबों से सिल्ट निकाली जायेगी, इनके कैचमेंट एरिया के अवरोधों को दूर किया जायेगा तथा नाले-नालियों के गंदे पानी को मिलने से रोकने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जाएंगे।
बताया गया कि जिला पंचायत सीईओ जयति सिंह ने सोमवार को जिन तीन तालाबों का निरीक्षण किया, उनमें काफी कम पानी बचा है। करीब सात से सत्रह एकड़ क्षेत्र में फैले ये तालाब सिल्ट से भरे हुये हैं। कैचमेंट एरिया से वर्षा जल आना भी अवरुद्ध हो गया है। इन तालाबों का फिलहाल प्रारंभिक तौर पर पुरुत्थान हेतु चयन किया गया है। तालाबों का अंतिम रूप से चयन बैंगलुरु से आने वाली विशेषज्ञों की टीम ही करेगी तथा डीपीआर भी तैयार करेगी। इसके बाद ही इस पर क्रियान्वयन प्रारंभ होगा।
जिला पंचायत सीईओ के तालाबों के निरीक्षण के दौरान जनपद पंचायत जबलपुर के सहायक यंत्री तथा सबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश