इंदौरः कलेक्टर ने की एनएचएआई के कार्यों की समीक्षा

 


इंदौर, 23 नवंबर (हि.स.)। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में गुरुवार को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचआई के अंतर्गत इंदौर जिले में चल रहे समस्त कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। समीक्षा में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी एसके सिंह, सलाहकार एस.एन रूपला, एडीएम रोशन राय, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सोमेश बांझल, डीसीपी मनीष अग्रवाल तथा पुलिस के अन्य अधिकारी, समस्त एसडीएम, माइनिंग ऑफिसर आदि उपस्थित थे। बैठक में एनएचआई के अंतर्गत कार्यरत सभी कंसलटेंट एवं कॉनट्रेक्टर भी उपस्थित थे।

बैठक में कलेक्टर द्वारा 6 लेन वेस्टर्न इंदौर रिंग रोड की भी समीक्षा की गई। बताया गया कि यह सड़क इंदौर और धार दोनों ज़िलों से होकर गुज़रेगी। इसका स्टार्टिंग पाइंट एनएच-52 में नेटेरेक्स के समीप होगा। वहीं क्षिप्रा नदी के निकट यह आकर मिलेगी। इस सड़क में दो बड़े पुल एवं तीस छोटे पुल बनाए जाएंगे। वहीं तीन रेल ओवर ब्रिज का निर्माण भी प्रस्तावित है।

समीक्षा के दौरान तेजाजी नगर से बलवाड़ा तक बन रही रोड़ में आने वाली बाधाओं के बारे विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में तेजाजी नगर से बलवाडा के तृतीय पैकेज में फ़ोर लेनिंग कार्य की भी समीक्षा की गई। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री बांझल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की लंबाई लगभग 35 किलोमीटर है इसमें चार टनल का बनाया जाना भी प्रस्तावित है। यह कार्य मेसर्स हाईवे इंजीनियरिंग कंसल्टेंट द्वारा किया जा रहा है एवं कार्य तेज़ी से चल रहा है। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने इस रोड के में आने वाले मंदिर और मज़ार के संबंध में एसडीएम महू को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।

बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बाईपास में निर्माणाधीन ओवरब्रिज के कार्यों की भी समीक्षा की। आने वाले समय में जहाँ ओवरब्रिज बना रहे हैं वहाँ ट्रैफ़िक डायवर्जन के संबंध में भी बैठक में चर्चा की गई। कलेक्टर ने एनएचएआई राजस्व विभाग एवं ट्रैफ़िक पुलिस के अधिकारियों से कहा कि वे मौक़े पर जाकर देखें कि ट्रैफ़िक कहाँ से डायवर्ट किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि डायवर्सन इस तरह किया जाए जिसमें नागरिकों और विद्यालयों इत्यादि को असुविधा न हो। कलेक्टर ने बताया कि डायवर्जन के पूर्व एक सप्ताह का ड्राई रन भी कर लिया जाए। सभी संबंधित सक्षम अधिकारी, भू-अर्जन एवं एसडीएम को निर्देशित किया गया कि जो भी समस्याएं इस निर्माण कार्य में आ रही है, उस आठ दिवस के अंतर्गत हल किया जाए। उन्होंने डीसीपी, एसडीएम और सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि आप सभी स्थल पर जाकर निरीक्षण करें।

बैठक में इंदौर के सबसे महत्वकांक्षी परियोजना जो कि वेस्टर्न बाईपास बनाया जाना है उसके लिए भू-अर्जन कार्य को भी गति देने की समीक्षा की गई। एसडीएम देपालपुर, एसडीएम हातोद एवं एसडीएम सांवेर को निर्देशित किया गया कि भू-अर्जन की कार्यवाही को शीघ्र अतिशीघ्र प्रारंभ करें, जिससे कि इस महत्वपूर्ण परियोजना को इस वित्तीय वर्ष में प्रारंभ कराया जा सके।

बैठक में निर्देश दिये गये कि फरवरी तक एनएच के सभी प्रकरणों का निराकरण किया जाये। बिचौली हप्सी अनुभाग के अंतर्गत आने वाले अतिक्रमणों को 8 दिवस में निराकण किया जाये। माइनिंग विभाग को तहसील सांवेर, बिचौली हप्सी, महू से प्राप्त होने वाले एनओसी एक दिवस में प्रदान करने के निर्देश भी दिये। एमपीईबी को मार्ग में आने वाले ट्रांसफार्मर एवं अन्य लाइनों के स्टीमेंट शीघ्र एनएचएआई को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। एसडीएम राऊ को क्षेत्र अंतर्गत आने वाले आपसी सहमति के प्रकरणों को शीघ्र निराकरण हेतु कहा गया। बेस्टप्राइज से एमआर 10 तक ट्रैफिक प्लान एवं ट्रायलस की व्यवस्था जनता के हित में ध्यान रखकर प्लान बनाने एवं समांतरण सड़क द्वारा ट्रैफिक समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश भी दिए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा