जबलपुर इंजीनियरिंग कालेज को टेक्नोलॉजी हब बनाने की दिशा में हो क्रियान्वयन: मंत्री परमार

 


- जेईसी को रेलवे और रक्षा क्षेत्रों में कंसल्टेंट की भूमिका में स्थापित करने की बनाएं कार्ययोजना : परमार

- मंत्रालय में जबलपुर इंजीनियरिंग महाविद्यालय के शासी निकाय की 27वीं बैठक हुई

भोपाल, 2 मार्च (हि.स.)। उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार की अध्यक्षता में शनिवार को मंत्रालय में जबलपुर इंजीनियरिंग महाविद्यालय के शासी निकाय (बोर्ड ऑफ गवर्नर्स) की 27वीं बैठक हुई। बैठक में संस्था की 26वीं शासी निकाय का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। मंत्री परमार ने प्रस्तावित बिंदुओं पर व्यापक चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। महाविद्यालय के शैक्षणिक, आवासीय, छात्रावास परिसर, प्रयोगशाला आदि के मरम्मत एवं नवीनीकरण, उपकरण, संसाधन एवं अन्य आवश्यक विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई।

तकनीकी शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि जबलपुर इंजीनियरिंग महाविद्यालय को टेक्नोलॉजी का हब बनाने के लिए प्रभावी क्रियान्वयन हो। संस्थान को रेलवे एवं रक्षा क्षेत्रों में कंसल्टेंट की भूमिका में स्थापित करने की भी प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए। महाविद्यालय में ऐसा शैक्षणिक परिवेश तैयार किया जाए, जिससे विद्यार्थियों को स्टार्टअप, रोजगार एवं स्वरोजगार के व्यापक अवसर उपलब्ध हो सकें।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त इंजीनियरिंग संस्थानों के लिए सामान्य नीति बनाए जाने की आवश्यकता है। संस्थान में ग्रामीण परिवेश से आने वाले विद्यार्थियों के लिए व्यावहारिक रूप से हिंदी भाषा में अध्यापन कराया जाए ताकि विद्यार्थियों के लिए अध्ययन सुगम और सरल हो सके। संस्थान अपनी मुख्य गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करें, जिससे संस्थान की अपनी पहचान स्थापित हो।

बैठक में तकनीकी शिक्षा आयुक्त मदन नागरगोजे, संस्थान के प्राचार्य पीके झिंगे, डॉ. भावना झारिया एवं डॉ. राजीव चांडक सहित बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश