अनूपपुर: हटाये गयें रुद्रगंगा आश्रम को तोड़ने वाले आईएफएस
अतिक्रमण के नाम पर की थी डेढ सौ साल पुराने आश्रम में तोड़फोड़
अनूपपुर, 6 मई (हि.स.)। जिले की पवित्र नगरी अमरकंटक में डेढ सौ साल पुराने आश्रम को तोड़ने रुद्रगंगा आश्रम को वन विभाग द्वारा अतिक्रमण के नाम पर कार्यवाही करते हुए तोड़फोड़ कर नेस्ता नाबूत किए जाने के मामले में प्रशिक्षु आईएफएस अफसर वीरेंद्र कुमार पटेल को अमरकंटक रेंजर के प्रभारी अधिकारी से हटाते हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया में संचालक के पद पर पदस्थ किया गया है।
प्रशिक्षु आईएफएस वीरेंद्र कुमार पटेल अमरकंटक में प्रभारी रेंजर के रूप में पदस्थ किए गए थे जिनकी परिवीक्षा अवधि 23 अप्रैल को पूरी हो गई थी, इसी दौरान रूद्र गंगा में स्थित आश्रम को अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही करते हुए तोड़फोड़ करते हुए पूरी तरह से हटाने दिया गया था जिसे लेकर अमरकंटक के साधू - संतों ने प्रभारी रेंजर एवं प्रशिक्षु आईएफएस वीरेंद्र कुमार पटेल पर आरोप लगाते हुए उनके विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर कलेक्टरर व पुलिस अधिक्षक से मिलकर कार्यवाई की मांग की थी। जिस पर शासन ने प्रशिक्षु आईएफएस वीरेंद्र कुमार पटेल को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया भेजा गया। ज्ञात हो कि कलेक्टर आशीष वशिष्ठ द्वारा गठित टीम की जांच की कार्यवाई मानी जा रहीं थी।
गत दिनों अमरकंटक में माई की बगिया के समीप रुद्र गंगा आश्रम में वन विभाग द्वारा अतिक्रमण के नाम पर जमकर तोड़ फोड़ में मन्दिर आश्रम की मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त की गई थी। जिसके बाद जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिये एसडीएम पुष्पराजगढ तथा वन विभाग के अधिकारियों की दो अलग - अलग टीम गठित की थी। वहीं इस आरोप पर वन विभाग के उच्चाधिकारी इससे पल्ला झाड़ रहें थे।
कलेक्टर के निर्देश पर डीएफओ अनूपपुर, एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार पुष्पराजगढ, नगर निरीक्षक अमरकंटक सहित अधिकारियों की दो टीमों ने घटना स्थल का अवलोकन कर साधू संतों के साथ एक बैठक की थी जिसमें पुनर्निर्माण का कार्य प्रांरेभ करते हुए अश्राम बनाया जा रहा हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला