ग्वालियर में एम्स के सहयोग से अटली जी के जन्मदिवस पर लगेगा तीन दिवसीय विशाल स्वास्थ्य शिविर
- सांसद कुशवाह ने शिविर की तैयारियों को लेकर ली अधिकारियों की बैठक
- अधिक से अधिक मरीजों को लाभान्वित कराने के लिए शिविर के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर
ग्वालियर, 7 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में 25 से 27 दिसम्बर तक ग्वालियर में विशाल स्वास्थ्य शिविर लगाया जायेगा। इस शिविर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों द्वारा ग्वालियर-चंबल संभाग सहित मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश व राजस्थान के 19 जिलों के मरीजों का इलाज किया जाएगा। शिविर की तिथियों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएँ, जिससे अधिक से अधिक मरीज इसका लाभ उठा सकें, साथ ही शिविर की व्यवस्थायें बेहतर से बेहतर हों, जिससे यह शिविर प्रदेश व देश के लिये उदाहरण बने।
यह बात सांसद भारत सिंह कुशवाह ने सोमवार को शिविर की तैयारियों को लेकर एम्स के चिकित्सा दल की मौजूदगी में आयोजित हुई बैठक में कही। बैठक से पहले एम्स के दल ने ग्वालियर में शिविर आयोजन के लिये विभिन्न स्थलों का जायजा लिया। यहाँ कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर, नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव, भाजपा जिला अध्यक्ष शहर अभय चौधरी व ग्रामीण कौशल शर्मा, एम्स भोपाल के अकादमिक अधिष्ठाता एवं जनरल मेडीसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. रजनीश जोशी, जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व कुमार सत्यम, एम्स भोपाल से आए दल के सदस्यगण, जिले के सभी एसडीएम व संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
सांसद कुशवाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप प्रदेश सरकार व एम्स के सहयोग से लगाए जा रहे इस शिविर में गंभीर बीमारियों का इलाज कराया जायेगा। शिविर में बड़ी संख्या में मरीज आएंगे। इस बात को ध्यान में रखकर शिविर की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दें। उन्होंने शिविर के आयोजन में जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी व सामाजिक संगठन, मेडीकल एसोसिएशन एवं सेवाभावी नागरिकों का सहयोग लेने के लिये भी कहा। शिविर में कैंसर, हृदय रोग, स्नायु रोग, बाल रोग, किडनी, लिवर, विभिन्न प्रकार की जटिल सर्जरी इत्यादि सहित अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाएगा।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि शिविर से पहले मरीजों की प्राथमिक स्क्रीनिंग का काम कर लिया जाए, जिससे दिसम्बर माह में एम्स के सहयोग से आयोजित होने जा रहे शिविर का लाभ गंभीर बीमारियों से पीड़ित अधिक से अधिक मरीजों को मिल सके। उन्होंने कहा कि शिविर में आने वाले सभी मरीजों की यूनिक आईडी भी बनवाएँ, जिससे मरीजों को फॉलोअप में दिक्कत न हो।
एम्स के अधिष्ठाता डॉ. रजनीश जोशी ने बताया कि शिविर स्थल पर आठ जनरल स्क्रीनिंग ओपीडी काम करेंगी। साथ ही 20 स्पेशलिस्ट कंसलटेशन डॉक्टर्स अलग-अलग काउण्टर पर बैठेंगे। शिविर स्थल पर ईसीजी सहित अन्य प्रकार की जाँचों की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा शिविर स्थल पर मरीजों के पंजीयन के लिये 20 से 30 काउण्टर की जरूरत होगी। साथ ही मरीजों के सहयोग के लिये वॉलेन्टियर एवं चलने-फिरने में असमर्थ मरीजों के लिये व्हील चेयर इत्यादि की आवश्यकता भी होगी।
एम्स के दल ने एलएनआईपीई एवं राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय सहित शहर के अन्य स्थलों का जाजया शिविर आयोजन को लेकर किया है। एम्स के दल ने एलएनआईपीई परिसर को इसके लिए उपयुक्त बताया है। बैठक में जानकारी दी गई कि सभी तरह की सुविधाओं को ध्यान में रखकर जल्द ही शिविर स्थल का नाम तय किया जायेगा। बैठक में शिविर के दौरान मरीजों की आवागमन व्यवस्था, पार्किंग, शिविर स्थल पर साफ-सफाई व अन्य इंतजामों पर चर्चा हुई।
सांसद भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि इस शिविर के माध्यम से एम्स के चिकित्सक यह भी पता लगाएंगे कि ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में कौन सी बीमारी अधिकता में होती है। इस अध्ययन के आधार पर चिन्हित बीमारियों के इलाज के लिए ग्वालियर में विशेष सुविधा उपलब्ध कराने के लिये केन्द्र व राज्य स्तर पर प्रयास किए जायेंगे।
एम्स के 22 विभागों के दल आएंगे शिविर में
एम्स भोपाल के अधिष्ठाता डॉ. रजनीश जोशी ने बैठक में जानकारी दी कि शिविर में एम्स के 22 विभागों के चिकित्सकों के दल इलाज करने के लिये आएंगे। इनमें जनरल स्क्रीनिंग ओपीडी (मेडीसिन, सीएफएम व सर्जरी), बर्न प्लास्टिक, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, डर्माटोलॉजी, डेटिस्ट्री, एंडोक्रिनोलॉजी, गेट्रोएंट्रोलॉजी, हेमोटोलॉजी, पीडियार्टिक सर्जरी, ऑन्कोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स ऑर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, सायकाट्री, गायनोकॉलोजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, ईएनटी, ट्रांसफ्यूजन मेडीसिन, आयुष व डायगनोस्टिक्स (रेडियोडायगनोसिस, ईसीजी व प्वॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग) शामिल हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर