ग्वालियरः पॉली हाउस एवं शेडनेट में उद्यानिकी फसलें देती हैं अधिक उत्पादन
- किसानों की आमदनी बढ़ाने में कारगर हैं उद्यानिकी फसलें
ग्वालियर, 30 जून (हि.स.)। खरीफ व रबी की फसलों के साथ किसान भाई उद्यानिकी अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। उद्यानिकी फसलों का अधिक उत्पादन देने में कारगर पॉली हाउस व शेडनेट स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा अनुदान दिया जाता है। पॉली हाउस व शेडनेट के भीतर गैर मौसमी हाई वैल्यू क्रॉप (अधिक कीमत देने वाली नगदी फसलें) एवं ऑफ सीजन वाली उद्यानिकी फसलों का उत्पादन किया जाता है। पॉली हाउस व शेडनेट लगाने के इच्छुक ग्वालियर जिले के कृषक मेला रोड़ स्थित सहायक संचालक उद्यानिकी के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
“पॉली हाउस” की विशेषताएँ और अनुदान
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा रविवार की जानकारी दी गई है कि पॉली हाउस के भीतर उद्यानिकी फसलें लेने से गुणवत्तायुक्त उत्पादन प्राप्त होता है। साथ ही कीट एवं रोग का प्रकोप अत्यधिक कम होता है। प्राकृतिक जोखिम की संभावना भी न के बराबर रहती है। इसके भीतर पौधे स्वस्थ रहते हैं। जाहिर है उत्पादन भी अधिक होता है। पॉली हाउस स्थापित करने में 844 रुपये प्रति वर्ग मीटर लागत आती है। इसमें से 422 रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से सरकार द्वारा अनुदान दिया जाता है।
“शेडनेट हाउस” की विशेषतायें व मिलने वाला अनुदान
ऑफ सीजन में उद्यानिकी फसल का उत्पादन प्राप्त करने के लिये शेडनेट हाउस कारगर पद्धति है। इस पद्धति से भी गुणवत्तायुक्त उत्पादन मिलता है। साथ ही कीट एवं रोग का प्रकोप और प्राकृतिक जोखिम कम रहता है। शेडनेट हाउस स्थापित करने में 710 रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से खर्चा आता है। इसके लिए सरकार 355 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से अनुदान देती है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा