ग्वालियरः जिले में हो रही प्रदेश भर में सर्वाधिक डेंगू की जांच

 

- डेंगू नियंत्रण के लिए विशेष अभियान जारी, सर्वे टीम घर-घर जाकर कर रहीं हैं लार्वा नष्ट

ग्वालियर, 10 अक्टूबर (हि.स.)। ग्वालियर जिले में डेंगू की प्रदेश में सर्वाधिक जांच की गई हैं। डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से ग्वालियर जिले में अधिक से अधिक मरीजों की जांच की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सचिन श्रीवास्तव ने गुरुवार को बताया कि जिले में अधिक जांच होने से डेंगू मरीजों की संख्या प्रदेश के अन्य महानगरों की अपेक्षा ज्यादा जरूर आई है, परंतु इससे डेंगू नियंत्रण में प्रभावी मदद मिल रही है। उन्होंने बताया कि ग्वालियर जिले में अब तक 14421 डेंगू की जांच की गई हैं। इनमें से 971 डेंगू के मरीज पाये गए। जिनका उपचार विभिन्न अस्पतालों में किया गया है। इनमें से 893 मरीज पूर्णत: स्वस्थ हो चुके हैं। शेष मरीजों का इलाज जारी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि ग्वालियर जिले की डेंगू पॉजिटिविटी रेट विगत वर्षों की तुलना में काफी कम है । वर्ष 2021 में पॉजिटिविटी रेट 27.9 थी। इसी प्रकार वर्ष 2022 में 12.2 एवं 2023 में 7.3 प्रतिशत रही थी। इस साल अभी तक 6.7 प्रतिशत की पॉजिटिविटी रेट है। उन्होंने बताया कि ग्वालियर में डेंगू नियंत्रण के लिए ग्वालियर शहर के समस्त वार्डों में लार्वा विनिष्टीकरण के लिए टीमें गठित की गई हैं। डेंगू नियंत्रण के लिए शहरी क्षेत्र में 100 से अधिक टीमें कार्य कर रही है। इन टीमों में एएनएम, आशा कार्यकर्ता, मलेरिया कार्यालय के कर्मचारी तथा एम्बेड परियोजना के कर्मचारी डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लार्वा सर्वे तथा दवाई के छिड़काव का काम कर रहे हैं।

ग्वालियर जिले में इस साल अभी तक 516000 से अधिक घरों में लार्वा सर्वे किया गया है जिनमें 19500 से अधिक घरों में पाए गए लार्वा को नष्ट कराया गया है। डेंगू नियंत्रण की मॉनिटरिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग के समस्त जिला स्तरीय अधिकारी प्रतिदिन फील्ड में कर्मचारियों के कार्य का निरीक्षण करते हैं। साथ ही उन्हें उचित मार्गदर्शन भी देते हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में डेंगू केस एवं मृत्यु केस की जांच के लिए रैपिड रिस्पांस टीम गठित की गई है, जो की प्रभावित क्षेत्र में जाकर डेंगू की पूरी जानकारी एकत्रित कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करती है। जिले में डेंगू से हुई मृत्यु की जांच एवं डेथ ऑडिट के लिए कमेटी गठित की गई है।

डेंगू के प्रति जन जागरूकता के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर के प्रमुख स्थानों पर डेंगू से बचाव संदेश के बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगवाए गए हैं। नगर निगम की कचरा गाड़ियों के माध्यम से माइकिंग द्वारा डेंगू से रोकथाम की जानकारी प्रसारित की जा रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर ई-रिक्शा के माध्यम से डेंगू प्रभावित क्षेत्र में माइकिंग कराई गई है। लोगों को जागरूक करने तथा उनके सहयोग के लिए प्रत्येक वार्ड में टीम के द्वारा समझाइए दी जा रही है तथा जिनके घरों में लार्वा मिल रहा है उनके यहां नगर निगम के द्वारा चालानी कार्रवाई भी की जा रही है।

डेंगू नियंत्रण के लिए जन सहयोग अपेक्षित है क्योंकि डेंगू का लारवा हमारे घर और आसपास ही जमा साफ पानी में पनपता है अतः 7 दिवस के भीतर पानी खाली करना आवश्यक है अन्यथा ऐसे जमा पानी में उत्पन्न हुए मच्छर ही हमारे परिवार के सदस्यों को डेंगू से संक्रमित करते हैं और हमें अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ता है। डेंगू से बचाव आसान है फुल आस्तीन के कपड़े पहने, दोपहर के समय मच्छर रोधी क्रीम या रेपेलेंट का उपयोग करें। साधारण बुखार या डेंगू संभावित लक्षण होने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र में अपनी जांच कराए और सही चिकित्सक से ही परामर्श लेकर उपचार ले। डेंगू होने पर पौष्टिक तरल पदार्थ अवश्य पिए, पानी अधिक पिए इससे डेंगू बीमारी का निदान शीघ्र हो सकता है।

ग्वालियर जिले में दिनांक 10 अक्टूबर 2024 को कुल 347 जांच में कुल 19 डेंगू केस पाए गए। जनवरी से अभी तक तक कुल 14421 रोगियों की जांच में कुल 971 डेंगू केस पाए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर