मप्रः सागर के ग्राम मेहर में दूषित पानी से बिगड़ी 250 लोगों की तबीयत, एक की मौत

 


- कलेक्टर ने किया ग्राम का निरीक्षण, प्रभावितों का किया जा रहा हर संभव इलाज

सागर, 5 जुलाई (हि.स.)। सागर जिले के ग्राम मेहर में दूषित पानी पीने से करीब 250 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। गुरुवार की रात उल्टी-दस्त की समस्या से पीड़ित 70 से अधिक लोगों को जिला अस्पताल, मेडिकल कालेज और निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उपचार के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी है। गांव में ही तीन स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं, जहां उल्टी-दस्त से प्रभावित लोगों का हर संभव इलाज किया जा रहा है। पानी का सैंपल लेने के बाद बोरिंग बंद कर दिया है।

कलेक्टर दीपक आर्य ने शुक्रवार को मेहर ग्राम पहुंचकर पूरे ग्राम का निरीक्षण कर ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने सीएमएचओ डॉ. तिमोरे को निर्देशित किया कि ग्राम में ही अस्थाई अस्पताल तैयार की जाए एवं 24 घंटे पारी से डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किया जाए साथ में दो एंबुलेंस 24 घंटे उपलब्ध रहे। कलेक्टर आर्य के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा में स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमोरे द्वारा कार्रवाई करते हुए ग्राम मेहर में अस्थाई अस्पताल तैयार की गई एवं डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की गई है।

सीएमएचओ ने बताया कि ग्राम मेहर में सेक्टर मेडीकल ऑफिसर डॉ. अंकिता राय ने उल्टी दस्त फेलने की सूचना दी, उसके बाद तत्काल ग्राम में कामवेट टीम को भेजा गया, जिसमें सीबीएमओ डॉ. विकेश फुसकेले, डॉ. अंकिता राय द्वारा ग्राम का भ्रमण किया गया एवं ट्यूब बेल का पानी दूषित होने से ग्राम वासियो में उल्टी दस्त की बीमारी होना पाया गया।

उन्होंने बताया कि अब तक 251 उल्टी दस्त के मरीजों का इलाज किया गया, जिसमें से 42 मरीजों को ग्राम मेहर के अस्थाई अस्पताल में ही आई व्ही फ्लूड लगाकर इलाज किया गया एवं 63 गम्भीर मरीजों को इलाज हेतु जिला चिकित्सालय एव बीएमसी भेजा गया। जिसमें 42 मरीजों को जिला चिकित्सालय में 14 मरीजों को बीएमसी में एवं सात मरीज भाग्योदय अस्पताल में भर्ती है।

सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरे ने बताया कि कामवेट टीम द्वारा उल्टी दस्त के मरीजों का उपचार किया जा रहा है। दूषित ट्यूब वेल के पानी का उपयोग ग्रामवासियो को न करने की सलाह दी गयी है। ग्रामवासियो को उबला पानी पीने की सलाह दी गयी है एवं ग्राम में मरीजों के इलाज हेतु अस्थाई अस्पताल बनायी गयी है।

कलेक्टर दीपक आर्य पहुंचे मेहर ग्राम उल्टी-दस्त प्रभावित परिवारों से की चर्चा

कलेक्टर दीपक आर्य ने शुक्रवार को ग्राम मेहर पहुंचकर उल्टी दस्त प्रभावित परिवारों से चर्चा की एवं आवश्यक अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने संपूर्ण ग्राम का भ्रमण किया एवं जिस ट्यूबवेल के पानी से उल्टी-दस्त होना बताया गया. उसका परीक्षण किया एवं आवश्यक जानकारी प्राप्त की। उन्होंने तत्काल प्रभाव से उक्त ट्यूबवेल का बिजली कनेक्शन निरस्त कराया एवं आगामी आदेश तक ट्यूबवेल बंद रखने के निर्देश दिए।

उन्होंने संपूर्ण ग्राम में कीटनाशक दावाओं के छिड़काव करने के भी निर्देश दिए, साथ ही कहा कि तत्काल प्रभाव से अलग से पेयजल सप्लाई की जाए। उन्होंने आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से संपूर्ण ग्राम में सर्वे एवं आवश्यक दवाओं का वितरण करने के निर्देश दिए और कहा कि जब तक मेहर ग्राम की स्थिति सामान्य नहीं होती तब तक यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चार डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ एवं दो एंबुलेंस 24 घंटे उपलब्ध रहे एवं आवश्यकता पड़ने पर तत्काल जिला चिकित्सालय या बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में रेफर करें।

कलेक्टर दीपक आर्य मेहर ग्राम के बाद जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहां उन्होंने सभी उल्टी-दस्त प्रभावितों से अलग-अलग जाकर चर्चा की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि आप सभी को किसी प्रकार से चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपके साथ जिला प्रशासन खड़ा है। आपका अच्छे से अच्छा इलाज किया जाएगा, इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी।

उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि, उल्टी-दस्त प्रभावित व्यक्तियों की 24 घंटे लगातार निगरानी करें एवं आवश्यक होने पर तत्काल व्यक्तिगत मुझे सूचना दें। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती उल्टी-दस्त प्रभावित ग्रामवासियों को सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने सभी ग्रामवासियों से अपील भी की कि, आप सभी चिंता न करें अच्छे से अच्छा इलाज किया जाएगा एवं सर्वे के उपरांत आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. आर. एस. जयंत, डॉ. अभिषेक ठाकुर सहित अन्य अधिकारी एवं डॉक्टर मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/प्रभात