बड़वानीः दुर्गम क्षेत्र पाटी में लगा विशाल स्वास्थ्य शिविर

 


- ग्रामीणों को एक ही छत के नीचे एक ही जगह निजी अस्पतालों जैसी मिली स्वास्थ्य सुविधाएं

इंदौर, 25 जनवरी (हि.स.)। संभागायुक्त मालसिंह की पहल पर इंदौर संभाग के दूरस्थ अंचलों में ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का सिलसिला प्रारंभ किया गया है। इसी सिलसिले में गुरुवार को संभाग के दूरस्थ पाटी गाँव में विशाल नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। इस शिविर में ग्रामीणों को एक ही छत के नीचे एक ही जगह प्रायवेट अस्पतालों जैसी अनेक स्वास्थ्य सुविधाएं मिली। शिविर में इंदौर के प्रतिष्ठित निजी एवं सरकारी अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने पाटी पहुंचकर ग्रामीणों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचार किया। संभागायुक्त स्वयं इस शिविर में उपस्थित रहे।

शिविर में विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने मरीजों एवं स्वास्थ्य शिविर में आने वालों की जाँच की एवं उनका उपचार किया। स्वास्थ्य संबंधित चिकित्सा परामर्श भी दिया। शिविर में आने वाले मरीजों के लिये पंजीयन हेतु 25 काउंटर की व्यवस्था की गई थी। वहीं रिसेप्शन, सैम्पल लेने, जांच, दवाई वितरण, पेयजल, परामर्श आदि के काउंटर भी बनाये गये थे। शिविर में आने वाले मरीजो के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु सोनोग्राफी निःशुल्क की गई। साथ ही सिकलसेल एनीमिया, एएनसी, शिविर में आने वाले मरीजो के लिये मेडिकल बोर्ड की भी व्यवस्था रखी गई। शिविर में सभी प्रकार की पैथोलॉजिकल और अन्य जाँचे पूरी तरह निःशुल्क की गई।

शिविर में महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कालेज इन्दौर के विशेषज्ञ गेस्ट्रोइन्ट्रोलाजिस्ट, अस्थि रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, शल्य रोग विशेषज्ञ रेडियोलाजिस्ट तथा चर्म रोग विशेषज्ञ मौजूद थे। इसी प्रकार चोइथराम नेत्रालय, इंडेक्स मेडिकल अस्पताल, वर्मा यूनियन अस्पताल, अरविन्दो अस्पताल, केयर सीएचएल अस्पताल, शैल्बी अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने भी ग्रामीणों का इलाज किया। इसी प्रकार आयुर्वेदिक विशेषज्ञ, होम्योपैथी विशेषज्ञ एवं नेचुरोथैरेपी विशेषज्ञ डॉक्टरों ने भी अपनी सेवाएं दी।

संभागायुक्त मालसिंह ने कहा कि इंदौर संभाग के दूरस्थ अंचलों में विशेषज्ञ चिकित्सकों को पहुंचाकर ग्रामीणों के इलाज की सुविधा के लिये शिविर आयोजन का सिलसिला प्रारंभ किया गया है। इससे ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। अनेक जाँचे भी स्थानीय स्तर पर ही हो रही हैं। ग्रामीणों को अब भटकना नहीं पड़ रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को यह भी समझाया कि ग्रामीणजन किसी भी बीमारी का सम्पूर्ण ईलाज लें। इलाज बीच में नहीं छोड़ें। समय-समय पर डॉक्टर को दिखायें एवं उनकी सलाह अनुसार ही दवाईयां लें। बीमारी होने पर घबराये एवं छुपाये नहीं, विज्ञान की प्रगति से आज के समय में हर बीमारी का उपचार संभव है।

इस दौरान शिविर में उपस्थित पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने भी ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि जनजातीय समाज में एक गंभीर बीमारी सिकलसेल एनीमिया पाई जाती है। जनजातीय समाज के लोग अनिवार्य रूप से शिविर स्थल पर अपना सिकलसेल टेस्ट जरूर करायें। गर्भवती माता सिकलसेल पाजिटिव है तो उसे अपने बच्चे के जन्म के साथ ही बच्चे का सिकलसेल टेस्ट कराना चाहिए। अगर बच्चा भी पाजिटिव आता है तो बच्चे के खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि सही उपचार एवं उचित खान-पान से इस बीमारी पर बहुत हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। वहीं आयुर्वेद एवं होम्यौपैथी में इस बीमारी का ईलाज संभव है।

गर्भवती माता एवं बच्चों को बांटा पौष्टिक आहार

शिविर स्थल पर ही पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल, संभागायुक्त मालसिंह, कलेक्टर बड़वानी डॉ. राहुल फटिंग, जिला पंचायत अध्यक्ष बलवंतसिंह पटेल, पाटी जनपद अध्यक्ष थानसिंह सस्ते ने गर्भवती माताओं को सत्तू एवं आयरन की गोलियों का तथा कुपोषित बच्चों को पौष्टिक लड्डू एवं आहार का वितरण भी किया।

दुर्घटना से ग्रसित रेवजा बाई को मिला बैसाखी का सहारा

शिविर में आई ग्राम बुदी निवासी 50 वर्षीय रेवजा बाई को पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल, संभागायुक्त मालसिंह, कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग, जिला पंचायत अध्यक्ष बलवंतसिंह पटेल, पाटी जनपद अध्यक्ष थानसिंह सस्ते ने बैसाखी का वितरण भी किया। इस दौरान रेवजा बाई ने संभागायुक्त को बताया कि एक दुर्घटना में उनके पैर में गंभीर चोट लग जाने के कारण वे चलने फिरने में असमर्थ हो गई है। उन्हें बैसाखी मिल जाये तो उसकी सहायता से वे अपने स्वयं के कार्य कर पायेगी। इस पर संभागायुक्त ने सामाजिक न्याय विभाग के माध्यम से रेवजा बाई को बैसाखी दिलवाई। जिसे पाकर वे बहुत खुश हुई। उन्होंने बैसाखी के लिए शासन को धन्यवाद दिया।

फूल देकर किया डाक्टरों का धन्यवाद ज्ञापित

शिविर के दौरान संभागायुक्त मालसिंह ने सम्पूर्ण परिसर में घूमकर शिविर की हर व्यवस्था का स्वयं निरीक्षण किया। इस दौरान शिविर में गये इन्दौर के विशेषज्ञ डाक्टर्स को फूल देकर धन्यवाद दिया और कहा कि वे इस दुर्गम क्षेत्र में अपनी सेवाएं देने आये हैं, यह बड़ी बात है। ग्रामीणों को इससे बड़ी सुविधाएं मिलेंगी। दुर्गम क्षेत्र के ग्रामीणजनों को उनकी जांच एवं उपचार का सम्पूर्ण लाभ निःशुल्क मिल रहा है। ग्रामीणजन स्वस्थ्य होने पर निश्चित ही उन्हें दुआएं देंगे।

पौष्टिक लड्डू एवं टीएचआर से बनी खिचड़ी का स्वाद चखा

संभागायुक्त मालसिंह एवं पूर्व मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने शिविर स्थल पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषित बच्चों के लिए बनाये गये लड्डू एवं टीएचआर से बनी खिचड़ी का स्वाद भी चखा एवं उसकी गुणवत्ता पता की।

यह थे उपस्थित

शिविर में एमजीएम मेडिकल कालेज इंदौर के डीन डॉ. संजय दीक्षित, क्षेत्रीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं इन्दौर के डॉ. आर सी पनिका, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेखा जमरे, सिविल सर्जन डॉ अनिता सिंगारे सहित स्वास्थ्य विभाग का अमला एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश