ग्वालियर: भव्य कलश यात्रा के संग राघव ऋषि की कथा शुरू

 






-सिर पर कलश लेकर चलीं 151 महिलाएं, शहरवासियों ने किया यात्रा का जगह जगह स्वागत

ग्वालियर, 31 मार्च (हि.स.)। ऋषि सेवा समिति के द्वारा माधव मंगल पैलेस में आयोजित की जा रही श्रीमद्भागवत कथा का रविवार को भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। कलश यात्रा में 151 माता बहनें में जलपूरित कलश सिर पर धारण किए पीले वस्त्रों में शामिल हुईं। इस दौरान बग्घी पर सवार राघव ऋषि का शहरवासियों से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। सोमवार को शुकदेव आगमन एवं भगवान कपिल देव सहित भक्त ध्रुव की भक्ति का प्रसंग रहेगा।

कलश यात्रा में मुख्य यजमान प्रमोद गर्ग सपरिवार भागवत पोथी लेकर चले। उनके साथ सैकड़ों श्रद्धालु परे भाव के साथ कलश यात्रा में शामिल हुए। कलश यात्रा के शहर में कई स्थानों पर स्वागत किया गया। यात्रा नयाबाजार स्थित करौली मंदिर से प्रारंभ होकर दालबाजार, जयेंद्रगंज होते हुई कथाथल पर पहुंची ,जहां सभी श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।

मानव मन का मंथन कर देती है कथा: राघव कथा के प्रथम दिवस राघव ऋषि ने कथा का महात्म बताते हुए कहा कि कथा के माध्यम से सच्चिदानंद प्रभु की प्राप्ति होती है, जो आनंद हमारे भीतर है उसे जीवन में किस प्रकार प्रकट करें यही भागवत शास्त्र सिखाता है। जैसे दूध में मक्खन रहता है फि र भी वह दिखाई नहीं देता,लेकिन मंथन करने पर मिल जाता है। इसी प्रकार मानव मन को मंथन करके आनंद प्रकट करना है। मनुष्य जीवन का लक्ष्य है। परमात्मा से मिलना उसका जीवन सफ ल है, जिसने प्रभु को प्राप्त किया।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद/मुकेश