ग्वालियर: दिन भर छाया रहा घना कोहरा, दृश्यता रही शून्य

 






-15.7 डिग्री सेल्सियस पर ठिठका अधिकतम पारा

ग्वालियर, 28 दिसम्बर (हि.स.)। गुरुवार को दिन भर घने कोहरे के साथ सर्द हवाएं भी चलीं। इस वजह से पिछले दिन की तुलना में आज अधिकतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस जबरदस्त गिरावट के साथ 15.7 डिग्री सेल्सियस पर ही ठिठक गया, जो वर्तमान मौसम में अब तक का सबसे कम है। इस प्रकार ग्वालियर में गुरुवार 28 दिसम्बर 2023 अत्यधिक शीतल दिन (सीवियर कोल्ड-डे) के रूप में दर्ज हो गया। इससे पहले 30 दिसम्बर 2019 को सबसे कम अधिकतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

ग्वालियर-चंबल संभाग में पिछले चार-पांच दिन से मध्यम से घना कोहरा पड़ रहा है। हालांकि बीते बुधवार को कोहरे से राहत थी, लेकिन गुरुवार को सुबह जब लोग नींद से जागे तो पूरा ग्वालियर शहर घने कोहरे की सफेद चादर ओढ़े नजर आया। इस दौरान दृश्यता लगभग शून्य थी। हालांकि कुछ समय बाद दृश्यता बढ़कर लगभग 50 मीटर हो गई। घने कोहरे के कारण सूर्यदेव कब उदित हुए और कब अस्त हो गए, कुछ पता ही नहीं चला। हालांकि दोपहर डेढ़ बजे के आसपास सूर्यदेव ने चमकने का प्रयास किया लेकिन कुछ समय बाद ही कोहरे ने फिर से उन्हें अपने आगोश में समेट लिया। दिन भर घना कोहरा छाया रहने के साथ सर्द हवाएं भी चलती रहीं। इस वजह से पिछले दिनों की अपेक्षा आज ठंड ज्यादा थी। हालांकि न्यूनतम तापमान पिछले दिन की अपेक्षा 1.5 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। जबकि अधिकतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 15.7 डिग्री सेल्सियस पर ही थम गया जो औसत से 7.3 डिग्री सेल्सियस कम है।

आज सुबह हवा में नमी 100 और शाम को 91 प्रतिशत दर्ज की गई। यहां बता दें कि जब अधिकतम तापमान औसत से 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक कम हो तो शीतल दिन (कोल्ड-डे) और औसत से 6.5 डिग्री सेल्सियस तक कम हो तो अत्यधिक शीतल दिन (सीवियर कोल्ड-डे) माना जाता है।

ग्वालियर-चंबल संभाग में कल से बारिश की संभावना: स्थानीय मौसम विज्ञानी हुकुम सिंह ने बताया कि पूर्व और उत्तर-पूर्व से आ रहीं नमी युक्त हवाओं की वजह से अगले दो दिन तक ग्वालियर-चंबल संभाग में मध्यम से घना कोहरा छाया रह सकता है। इसके बाद बादल छा सकते हैं। शनिवार 30 दिसम्बर को हिमालय में तीव्र आवृति का पश्चिमी विक्षोभ आएगा। इसका प्रभाव लगभग पूरे मध्य प्रदेश में देखने को मिलेगा। इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से 30 दिसम्बर से दो जनवरी तक ग्वालियर-चंबल संभाग में भी अनेक स्थानों पर कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होने की संभावना है। इस दौरान संभाग में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। चार जनवरी से मौसम शुष्क हो जाएगा। इसके बाद न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट होगी जिससे ठंड बढ़ेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद